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‘एजुकेशन लॉकडाउन’ के बाद शिक्षा मंत्री डोटासरा ने कहा, सरकार कराएगी बोर्ड परीक्षा

locationसीकरPublished: Apr 15, 2021 01:04:13 pm

Submitted by:

Sachin

(Education Minister Govind Singh Dotasara said, the government will conduct board examination) सीकर. कोरोना की दूसरी लहर बेहद खतरनाक होती जा रही हैं। कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए सरकार ने फिर सख्त कदम उठाए है।

'एजुकेशन लॉकडाउन' के बाद शिक्षा मंत्री डोटासरा ने कहा, सरकार कराएगी बोर्ड परीक्षा

‘एजुकेशन लॉकडाउन’ के बाद शिक्षा मंत्री डोटासरा ने कहा, सरकार कराएगी बोर्ड परीक्षा

सीकर. कोरोना (Corona Virus) की दूसरी लहर बेहद खतरनाक होती जा रही हैं। कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए सरकार ने फिर सख्त कदम उठाए है। कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री (Rajasthan CM Ashok Gehlot) की बुधवार को हुई वीसी में शिक्षा राज्य मंत्री (Rajasthan Education Minister Govind Singh Dotasara) ने लोकल कक्षाओं के विद्यार्थियों को प्रमोट करने और बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित करने का प्रस्ताव दिया। देर शाम राज्य सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए। वहीं शैक्षिक गतिविधियों पर प्रदेशभर में प्रतिबंध लगाया गया है। सरकार के इस कदम से शिक्षा क्षेत्र में फिर से एक तरह से लॉकडाउन हो गया है। शिक्षानगरी सीकर में एक लाख से अधिक विद्यार्थी स्कूल व कॉलेज में अध्ययनरत है। कोराना की वजह से लागू नई गाइडलाइन से शिक्षानगरी की अर्थव्यवस्था फिर से बेपटरी होगी। इधर, सरकार ने कक्षा 8,9 व 11 के विद्यार्थियों को प्रमोट कर दिया है। मामले में पत्रिका ने शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा व माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी से बात की। पेश है बातचीत के अंश..


विद्यार्थियों के भविष्य के साथ जीवन भी जरूरी: डोटासरा


पत्रिका: बोर्ड परीक्षाओं को कब तक स्थगित किया गया है?
शिक्षा मंत्री: कोरोना की दूसरी लहर बेहद खतरनाक है। ऐसे में विद्यार्थियों के भविष्य के साथ-साथ मानव जीवन को बचाना बेहद जरूरी है। इसलिए मुख्यमंत्री को इस विषय में अवगत कराकर शिक्षा विभाग की रिपोर्ट दी गई। जब तक कोरोना के हालात थोड़े सामान्य नहीं होते परीक्षाएं स्थगित रहेगी। दसवीं व बारहवीं की परीक्षाओं से विद्यार्थियों का भविष्य जुड़ा रहता है इसलिए सरकार की पूरी मंशा बोर्ड परीक्षा कराने की है।

पत्रिका: विद्यार्थियों की पढ़ाई अब शिक्षा विभाग कैसे कराएगा?
शिक्षा मंत्री: राज्य सरकार ने कोरोनकाल में डिजिटल क्लास से लेकर अलग-अलग प्लेटफॉर्म के जरिए बेहतर तरीके से बच्चों को पढ़ाने का काम किया है। आगे भी विभाग की यह योजनाएं जारी रहेगी।

पत्रिका: जिन बच्चों के मोबाइल नहीं है उनको शिक्षा से कैसे जोड़ा जाएगा?
शिक्षामंत्री: कोरोनाकाल में भी हमारे शिक्षकों ने शानदार मिसाल पेश करते हुए बच्चों को घर-घर जाकर भी गृहकार्य दिया। सरकार ने टीवी व रेडियो के जरिए भी पढ़ाई कराई। सरकार नवाचार करते हुए सभी विद्यार्थियों को शिक्षा से जोड़े रखेगी चाहे कोई भी कदम उठाना पड़े।

पत्रिका: विद्यार्थियों को क्रमोन्नति आदेश कब से मिलने शुरू होंगे?
शिक्षा मंत्री: शालादपर्ण व प्राईवेट स्कूल पोर्टल के जरिए प्रमोट हुए विद्यार्थियों के क्रमोन्नति आदेश दस मई से जनरेट हो सकेंगे।

 


स्कूल स्टाफ को लेकर जल्द निर्णय: शिक्षा निदेशक

पत्रिका: कोरोना की वजह से कौन-कौनसी कक्षाओं के विद्यार्थियों को प्रमोट किया गया है?

निदेशक: कक्षा एक से सांतवी के विद्यार्थियों को पहले ही प्रमोट किया जा चुका है। अब कक्षा आठवीं, नवीं व ग्यारवीं कक्षा के विद्यार्थियों को भी प्रमोट किया गया है।

 

पत्रिका: स्कूल अब खुलेगी या अगले आदेश तक बंद रहेगी?

निदेशक: कोरोना की दूसरी लहर की वजह से स्कूलों को आगामी आदेश तक बंद करने का फैसला लिया गया है।

 

पत्रिका: स्टाफ को बुलाया जाएगा या नहीं?

निदेशक: स्टाफ को बुलाने को लेकर जल्द निर्णय होगा। 50 फीसदी स्टाफ को वर्क फ्रॉम होम करने का प्रस्ताव किया है। आगामी एक-दो दिनों में अंतिम निर्णय होगा। स्कूलों में स्टाफ की आवश्यकता भी रहेगी, इसको ध्यान में रखकर निर्णय लिया जाएगा। क्योंकि जिन कक्षाओं के विद्यार्थियों को प्रमोट किया गया है उनकी अंकतालिका भी तैयार होगी। इसके अलावा नए शैक्षिक सत्र की तैयारी भी करनी है। शिक्षकों की वैक्सिनेशन सहित अन्य कोविड इंतजामों में भी ड्यूटी लग सकती हैं। पहले भी शिक्षकों ने कोराना से जंग में मजबूती से साथ दिया था।

 

पत्रिका: कक्षा दसवीं व बारहवीं की प्रायोगिक परीक्षाओं के लिए स्कूल खुलेंगे या बंद रहेंगे?

निदेशक: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से जल्द प्रायोगिक परीक्षाओं का संशोधित कलैण्डर जारी किया जाएगा। प्रायोगिक परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी विद्यार्थियों को स्कूल नहीं बुलाया जा सकेगा।
(जैसा कि शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने पत्रिका संवाददाता को बताया)


ऐसे समझें पूरा गणित

विद्यार्थियों को परीक्षा का इंतजार
दसवीं बोर्ड: 24074

बारहवीं बोर्ड: 18356
(सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थी)


प्रमोट हुए सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी:

दो लाख 14 हजार से अधिक

फिर ऑनलाइन की राह
सरकार की नई गाइडलाइन के बाद सरकारी व निजी स्कूलों के साथ कोचिंग पर प्रतिबंध लगाया है। ऐसे में अब फिर से ऑनलाइन की राह अपनाई जाएगी। सरकार की नई गाइडलाइन में लाईब्रेरी को भी बंद करने का निर्णय लिया गया है।

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