सरकारी विद्यालयों का परिणाम सुधरने से शिक्षकों व अधिकारियों में उत्साह का माहौल है। इसके पीछे की मुख्य वजह विद्यालय विकास समितियों की नियमित बैठक होना भी माना जा रहा है। ग्रामीण भी अपने विद्यालय को लेकर विशेष रुचि ले रहे हैं। राजस्थान पत्रिका के नींव अभियान से भी व्यवस्थाओं मेंं निरंतर सुधार हो रहा है।
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Children of news : सीकर में होने वाला है कुछ ऐसा, पहले कभी नहीं सुना होगा ऐसा मामला जहां बैठते हैं, बड़े अधिकारी वहां पीछे सीकर शहर के विद्यालयों का परिणाम अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल भी उठा रहे हैं। जिन 23 विद्यालयों का परिणाम सौ फीसदी रहा है वे सभी गांवों व कस्बों के हैं। पूरे जिले के सरकारी विद्यालयों में सबसे कम परिणाम (33.33) भी सीकर के एसएच पीएल चितलांगिया राउमावि का रहा है। जबकि प्रशासन व शिक्षा विभाग के सभी बड़े अधिकारी सीकर में बैठते हैं।
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छात्रों से जुड़ी खबर, सीएस व बीकॉम की परीक्षा बनी इनके गले की फांस, हजारों छात्रों पर छाया संकट इनका परिणाम सौ फीसदी राउमावि शिशु रानोली, राउमावि सिहोट बड़ी, राउमावि दांतारामगढ़, राउमावि भूदोली, राउमावि सिंहासन, राउमावि पिपराली, राउमावि बामनवास, राउमावि गुरारा, राउमावि दिवराला, राउमाबावि मऊ, शहीद मेजर सुरेन्द्र बढ़सरा राउमावि कूदन, राउमावि गोठड़ा भूकरान, राउमावि रूपगढ़, राउमावि फागलवा, राउमावि काछवा, राउमाबावि रींगस, राउमावि खण्डेला, सेठ जमनदास पीसी गोयनका राउमावि धर्मशाला बेरी, राउमावि रायपुरा जागीर, राउमावि रघुनाथगढ़, राउमावि बीबीपुर, राउमावि धोद व राउमावि जाजोद।
परिणाम की स्थिति परिणाम स्कूलों की संख्या 100 फीसदी 23 80 से 99 फीसदी 10 70 से 79 फीसदी 04 50 से 69 फीसदी 02 33 से 49 फीसदी 01