सीकर

जिंदगी बचाने की जद्दोजहद में सिर्फ 3-4 घंटे ही सो रहा कर्मचारी

नीमकाथाना प्लांट में शेर सिंह ही कर सकता है ऑक्सीजन रिफलिंगनीमकाथाना प्लांट से सीकर, चूरू व झुंझुनूं जा चुके हैं 4708 ऑक्सीजन सिलेंडरआठ दिनों में दिल्ली व भिवाड़ी से आ चुकी है 44,360 किलो ऑक्सीजन

सीकरMay 24, 2021 / 05:58 pm

Suresh

जिंदगी बचाने की जद्दोजहद में सिर्फ 3-4 घंटे ही सो रहा कर्मचारी

नीमकाथाना. कोरोना संक्रमण को मात देने के लिए डॉक्टरों व प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक किसी न किसी रूप में अपनी ड्यूटी मुस्तैदी से निभा रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्र में स्थित ऑक्सीजन प्लांट में काम कर रहे कर्मचारियों ने मिसाल पेश की है। लेकिन सिलेंडरों में ऑक्सीजन रिफलिंग का तकनीकी काम केवल शेर सिंह को ही आता है। कर्मचारियों के साथ वह स्वयं भी प्लांट पर ही रहता है। शेरसिंह भरतपुर जिले के जयश्री गांव का निवासी है। वह रात-दिन प्लांट पर ही डटा रहता है, क्योंकि ऑक्सीजन लेने के लिए आने वाली गाडिय़ों की 24 घंटे लाइन लगी रहती है। ऐसे में शेरसिंह 24 घंटे में मात्र 3 से चार घंटे ही सो पा रहा है। उसका मानना है कि चाहे उसे कम क्यों ना सोना पड़े लेकिन ऑक्सीजन की कमी से किसी की जान नहीं जानी चाहिए। उनका कहना है कि महामारी के इस दौर में ऑक्सीजन ही केवल जीवनदायिनी है, इससे किसी का कोई अपना बच रहा है तो परिजनों के लिए इससे बढ़कर कोई खुश हो नहीं सकती। आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो औद्योगिक क्षेत्र स्थित प्लांट पर 13 मई से अब तक 7 ऑक्सीजन टैंकर खाली हो चुके है। प्लांट से 10 दिनों में सीकर हैडक्वार्टर सहित चूरू व झुंझुनूं कोविड केयर सेंटर तक 4708 ऑक्सीजन सिलेंडर रिफलिंग कर भेजे जा चुके हैं।
रींगस प्लांट में खराबी होने से रात को प्रशासन ने आनन फानन में नीमकाथाना प्लांट पर ऑक्सीजन टैंकर को खाली करवाया। अब तक प्लांट पर 6 भिवाड़ी व 1 दिल्ली से कुल 7 टैंकरों से 44360 किग्रा ऑक्सीजन प्लांट पर आ चुकी है। प्लांट से शुरू से ही लगातार सीकर, चूरू व झुंझुनूं कोविड केयर सेंटरों ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। सीकर जिला रींगस के बाद नीमकाथाना प्लांट में ऑक्सीजन टैंकर खाली करवाने के बाद से जिला में भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है। दो दिन पहले नीमकाथाना क्षेत्र के दौरे पर रहे कलक्टर अविचल चतुर्वेदी ने कहा था कि ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है।
सिलेंडरों को उतारते समय सेनेटाइज
कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों लगने वाले सिलेंडर सीधे नीमकाथाना प्लांट पर लाए जाते हंै। प्लांट पर तैनात कर्मचारी पहले उनको सेनेटाइज करते है फिर रिफलिंग के लिए लगाते हैं। प्लांट पर दो शिफ्टों में कर्मचारी काम करते हैं।
प्लांट पर रिफलिंग स्टैंड पर एक साथ 20 सिलेंडर भरे जाते है। प्रतिदिन 700 सिलेंडर तक रिफलिंग कर तीनों जिलो में आपूर्ति की जा रही है। प्लांट की उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता व तहसीलदार सत्यवीर यादव व ईओ सूर्यकांत दिन रात मॉनिटरिंग करते रहते है। साथ ही नगर पालिका कर्मचारी सहित पटवारी, गिरदावर, पीओ आदि अपनी ड्यूटी बखूबी निभा रहे है। वहीं 24 घंटे पुलिस जवान व दमकल तैनात रहती है।
इनका कहना है…
उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार सीकर हैडक्वार्टर सहित चूरू व झुंझुनूं जिला को प्लांट से निरंतर ऑक्सीजन आपूर्ति करवाई जा रही है। प्लांट पर तैनात कर्मचारी दिन रात मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी निभा रहे है।
बृजेश गुप्ता, उपखंड अधिकारी, नीमकाथाना

Home / Sikar / जिंदगी बचाने की जद्दोजहद में सिर्फ 3-4 घंटे ही सो रहा कर्मचारी

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.