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छात्रओं की पसंद बना कृषि संकाय

locationसीकरPublished: Sep 17, 2019 09:24:13 pm

Submitted by:

Puran

बढ़ रही है संख्या, कृषि विभाग देगा छात्रवृत्ति

छात्रओं की पसंद बना कृषि संकाय

छात्रओं की पसंद बना कृषि संकाय



सीकर. हाइटेक खेती में अब पुरुषों के साथ छात्रओं का रुझान बढ़ रहा है। कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार कॉलेज स्कूल शिक्षा में अध्ययन करने वाली छात्राओं की संख्या में आमूलचूल परिर्वतन आया। पिछले तीन साल में कृषि संकाय में अध्ययन करने वाली छात्राओं की संख्या 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ गई है। यह आंकड़ा स्कूल शिक्षा में ज्यादा बढ़ा है। पिछले साल जिले में स्कूल शिक्षा से कृषि संकाय चुनने वाली छात्राओं की संख्या 258 के करीब थी। तीन साल बाद यह आंकड़ा 450 की संख्या को पार कर गया है। कृषि विभाग 2015 में एग्रीकल्चर शिक्षा लेने वाली 180 छात्राओं का पंजीकरण किया गया था। वर्ष 2017 में यह संख्या 393 तक पहुंच गया है।
70 फीसदी भागीदारी
शेखावाटी क्षेत्र में खेती में काम करने वाली महिलाओं की 70 फीसदी हिस्सेदारी है। खेतों में पुरुषों से ज्यादा महिला ही काम करती है। महिलाएं फसलों की बुआई से लेकर पौधरोपण, फसल कटाई तथा खलिहान सहित सभी कार्य कर रही है। ज्यादातर परिवारों में पुरुषों का काम भी महिलाएं करती है। फसलों में सिचाई, मार्केट से खाद-बीज खरीदने में भी महिलाओं का योगदान ही ज्यादा रहता है।
देश में बनाई पहचान
शेखावाटी की महिलाओं के नवाचार को देशभर में पहचान मिली है। यहां की एक दर्जन से ज्यादा महिलाओं ने अपनी काबलियत के बलबूते राज्य राष्ट्रीय स्तर पर अनेक सम्मान हासिल किया है। कई महिलाएं तो प्रगतिशील कृषक के रूप में अब प्रदेश के किसानों को खेती के गुर और तरीके बता रही है।
यह है योजना
कक्षा राशि सालाना
11 वीं 12 – पांच हजार
कृषि स्नातक – 12 हजार
स्नाकोत्तर- 12 हजार
पीएचडी- 15 हजार

फैक्ट फाइलवर्ष संख्या भुगतान रुपए लाखों में
2016-17 422 24.75
2017-18 401 21.66
2018-19 579 36.72


मिलेगी छात्रवृत्ति
एग्रीकल्चर शिक्षा में छात्राओं का रुझान ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने के लिए कृषि विभाग की ओर से सालाना औसतन 25 लाख रुपए छात्रवृति दी जाती है। छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। जिसकी अंतिम तिथि 31 अक्टूबर है।
एसआर कटारिया, उपनिदेशक कृषि

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