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फेल हो रहा लॉकडाउन, पैदल जा रहे मजदूरों से अटा राष्ट्रीय राजमार्ग

locationसीकरPublished: Mar 29, 2020 06:11:14 pm

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फेल हो रहा लॉकडाउन, पैदल जा रहे मजदूरों से अटा राष्ट्रीय राजमार्ग

फेल हो रहा लॉकडाउन, पैदल जा रहे मजदूरों से अटा राष्ट्रीय राजमार्ग

पलसाना. सीकर और बीकानेर क्षेत्र में मजदूरी करने आए मध्यप्रदेश के मजदूर लॉकडाउन में समूहों के रूप में पैदल ही अपने गांवों को लौट रहे है। ऐसे ही सैंकडों मजदूरों और उनके बच्चों को पुलिस ने शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग 52 के अखैपुरा टोल बूथ पर रोककर स्क्रीनिंग करवाई। साथ ही उनके खाने पीने की व्यवस्था करवाकर उनको गाडिय़ों में बैठाकर जयपुर के लिए रवाना किया।
जानकारी के अनुसार शनिवार को एक हजार से ज्यादा मजदूर व उनके बच्चे पैदल ही सीकर से जयपुर के लिए जा रहे थे। रानोली थानाधिकारी राजेश कुमार डूडी ने पैदल जा रहे मजदूरों की टोल बूथ पर पलसाना के चिकित्सक महेन्द्र कुमार हरितवाल से स्क्रीनिंग करवाई। हालांकि सभी लोग स्वस्थ थे लेकिन बाद में पुलिस ने सभी को दूरी बनाकर टोल बूथ पर ही बैठाया और खाने पीने की व्यवस्था करवाकर आठ दस लोगों के समूह में अलग अलग वाहनों में बैठाकर जयपुर के लिए रवाना किया। टोल बूथ पर सैंकड़ों मजदूरों को देखकर टोल बूथ से गुजर रहे नवलगढ़ विधायक राजकुमार शर्मा भी रुके और 11 हजार रुपये मजदूरों के लिए खाने पीने की व्यवस्था करने के लिए थानाधिकारी को दिए। शर्मा ने कहा कि आज से प्रदेश में मजदूरों को बॉर्डर तक छोडऩे की व्यवस्था की गई है। मजदूरों को छोडऩे के लिए सरकारों की ओर से व्यवस्था तो की गई है लेकिन यह व्यवस्था केवल जयपुर से ही शुरू हुई है। लेकिन कई जिलों में दूसरे राज्यों के मजदूर आए हुए है और वाहन नहीं मिलने से पैदल ही सैंकड़ों की संख्या में सडक़ों से गुजर रहे है।
शिश्यंू. लॉकडाउन में 70 मजदूर सीकर से पैदल रानोली तक पहँुच गए लेकिन प्रशासन ने नहीं रोका। ये दिहाड़ी मजदूर मध्यप्रदेश के हैं दिहाड़ी मजदूर खाने के लिए परेशान होकर सीकर से मध्य प्रदेश के लिए पैदल ही रवाना हो गए। 14 किमी तक किसी ने उन्हें नहीं रोका। रानोली थानाधिकारी राजेश डूडी ने मजदूरों को टीबड़ा वाले बालाजी के पास सभी को रोककर मौके पर डॉ कमलेश बेनिवाल को बुलाकर सभी मजदूरों की स्कैनिंग करवाई गई। पूर्व सरपंच विनोद यादवने मौके पर आकर सभी मजदूरों को पहले नाश्ता करवाया फि र मजदूरों के लिए खाने की व्यवस्था करवाई। इस प्रकार से मजदूरों को राहत प्रदान की गई। मजदूरों में 40 महिला, 6 वृद्ध और 29 बच्चे समेत कुल 99 लोग थे। सीकर. शनिवार को दिल्ली व गुडग़ांव से बाइक पर दो जनों की सीकर शहर के जाटिया बाजार में पुलिस की मौजूदगी में जांच की गई। इधर दादिया पुलिस थाने के पास मुंबई व महाराष्ट्र के अन्य शहरों से ट्रक में आए 20 लोगों की स्क्रीनिंग की। इस दौरान सभी को होम आइसोलेनश के निर्देश दिए गए।रींगस. परसरामपुरा औद्योगिक क्षेत्र सरगोठ एवं कस्बे की अन्य फैफ्ट्रियों में काम करने वाले मजदूर अन्होनी की आशंका के चलते पलायन करने लग गए हंै।

मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन कब खुलेगा इसका अभी कोई समय तय नहीं है। कब तक यहां बिना मजदूरी के बैठे रहेंगे। फैक्ट्री के सेठ ने कह दिया है कि आप घर चले जाएं। वाहन सुविधा नहीं है इस लिए पैदल ही निकल पड़े हैं। शनिवार को दिल्ली, यूपी, बिहार सहित अनेक राज्यों के सैकड़ों मजदूर रीको से पैदल निकल पड़े। मजूदरों ने कहा कि भूखे मरने से तो अच्छा है कि रास्ते में या घर में जाकर ही मरें। मजदूरों के पास खाने पीने की व्यवस्था भी नहीं है। प्रशासन से भी मदद नहीं मिली। ऐसे में बिना किसी सरकारी इंतजाम के वे कब तक भूखे बैठे रहेंगे।

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