मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन कब खुलेगा इसका अभी कोई समय तय नहीं है। कब तक यहां बिना मजदूरी के बैठे रहेंगे। फैक्ट्री के सेठ ने कह दिया है कि आप घर चले जाएं। वाहन सुविधा नहीं है इस लिए पैदल ही निकल पड़े हैं। शनिवार को दिल्ली, यूपी, बिहार सहित अनेक राज्यों के सैकड़ों मजदूर रीको से पैदल निकल पड़े। मजूदरों ने कहा कि भूखे मरने से तो अच्छा है कि रास्ते में या घर में जाकर ही मरें। मजदूरों के पास खाने पीने की व्यवस्था भी नहीं है। प्रशासन से भी मदद नहीं मिली। ऐसे में बिना किसी सरकारी इंतजाम के वे कब तक भूखे बैठे रहेंगे।