इसलिए हो रही भर्ती की कट ऑफ में देरी
1. दस्तावेजों का सत्यापन
पहली बार विभाग की ओर से दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया में ऑनलाइन पोर्टल का भी सहारा लिया गया है। ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों टीमों की रिपोर्ट के आधार पर फाइनल सूची तैयार हो रही है।
2. खेल कोटे के परिणाम पर विवाद
खेल कोटे के पदों को लेकर भी लगातार विवाद सामने आ रहा है। मंत्रालय की ओर से पंजीकृत खेल संगठनों को मौका नहीं दिया गया है। खिलाडि़यों ने न्यायालय की शरण ली है।
इस बार कट ऑफ बढऩा तय, एेसे समझें गणित
1. साढ़े 10 हजार पद कम, लेकिन आवेदन 48 हजार ज्यादा
रीट 2018 में लेवल प्रथम भर्ती के 26 हजार पद थे। इसके लिए 77 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इस बार लेवल प्रथम में 15 हजार 500 पदों के लिए ही आवेदन का आंकड़ा 1 लाख 25 हजार पहुंच गया। यह 2018 के मुकाबले बढ़ा है। एक्सपट्र्स का कहना है कि टफ कॉम्पिटिशन के कारण कट ऑफ हाई गई।
2. आसान पेपर, गणित पर मजबूत पकड़ वालों को फायदा
पिछली रीट भर्ती परीक्षाओं के मुकाबले इस बार लेवल प्रथम का पेपर भी काफी आसान था। गणित से जुड़े सवाल ज्यादा थे। ऐसे में गणित पर मजबूत पकड़ वाले अभ्यर्थियों की राह आसान हो गई। कट ऑफ 130 तक पहुंच गई। फाइनल कटऑफ इससे भी ज्यादा हो सकती है।
लेवल द्वितीय की तरह लेवल फस्र्ट में भी लीक की आशंका
बेरोजगारों का कहना है कि सरकार ने लगातार आरोपों से घिरने के बाद रीट द्वितीय लेवल के प्रश्न पत्र को आउट घोषित कर दिया। लेकिन प्रथम लेवल वालों से नौकरी के लिए आवेदन मांग लिए। बेरोजगारों का आरोप है कि लेवल द्वितीय में जिस तरह की गड़बडिय़ां सामने आईं, उससे लेवल 1 में भी चीटिंग की आशंका बढ़ी है। पहली बार रीट में इतनी हाई कट ऑफ गई है।
भरतपुर के सबसे ज्यादा अभ्यर्थी दस्तावेज सत्यापन के लिए चयनित
अभ्यर्थियों के चयन का आंकड़ा अंतिम परिणाम के बाद ही अधिकृत आएगा, लेकिन दस्तावेज सत्यापन के लिए चयनित हुए अभ्यर्थियों में सबसे ज्यादा भरतुपर के 2009 अभ्यर्थी शामिल हैं। वहीं जयपुर से 1452, बाड़मेर से 1428, अलवर से 1386, धौलपुर से 1100, जोधपुर से 1068, भीलवाड़ा से 890, बीकानेर से 785, बारां से 741 और हनुमानगढ़ से 705 अभ्यर्थियों का चयन दस्तावेज सत्यापन के लिए हुआ है।
बेरोजगार बोले- परिणाम जारी हो, ताकि अगली भर्ती की करें तैयारी
बेरोजगारों को साढ़े 15 हजार पदों की भर्ती के परिणाम का इंतजार है। बेरोजगारों का कहना है कि विभाग ने दोगुने अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन कराया है। एेसे में नौकरी पक्की नहीं मानी जा सकती। सीकर निवासी प्रेम कुमार व रोहित ने बताया कि परिणाम की वजह से अगली भर्ती परीक्षा की भी तैयारी नहीं कर पा रहे हैं।