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युवती के नाम से फेक आईड़ी बना सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठगी, जानें कैसे दे रहा ठगी को अंजाम

locationसीकरPublished: Jan 18, 2021 04:44:12 pm

Submitted by:

Vikram

युवतियों के नाम से फेक आईड़ी बनाकर बेरोजगारों को सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठगी के मास्टरमाइंड को पुलिस ने ग्वालियर एमपी से गिरफ्तार किया है। देशभर से शातिर ठग ने चार साल में करीब दो करोड़ रुपए ठग लिए। सीकर में रेलवे में में सहायक लोको पायलट के नाम से 2.40 लाख रुपए ठग लिए थे। पुलिस को बताया कि वह युवतियों के नाम से फेक आईड़ी बना लेता है। इसके बाद लोगों को नौकरी का झांसा देता है।

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सीकर. युवतियों के नाम से फेक आईड़ी बनाकर बेरोजगारों को सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठगी के मास्टरमाइंड को पुलिस ने ग्वालियर एमपी से गिरफ्तार किया है। देशभर से शातिर ठग ने चार साल में करीब दो करोड़ रुपए ठग लिए। सीकर में रेलवे में में सहायक लोको पायलट के नाम से 2.40 लाख रुपए ठग लिए थे। उद्योगनगर थानाधिकारी पवनकुमार चौबे ने बताया कि आशीष शर्मा उर्फ आशू निवासी अटैर भिंड मध्यप्रदेश को गिरफ्तार किया है। उसने पुलिस को बताया कि वह युवतियों के नाम से फेक आईड़ी बना लेता है। इसके बाद लोगों को नौकरी का झांसा देता है।
उन्होंने बताया कि 16 अगस्त को सीताराम निवासी दलतपुरा दांतारामगढ़ ने मामला दर्ज कराया था। उन्होंने रेलवे में सहायक लोको पायलट के लिए आवेदन किया था। आवेदन करने के बाद उसके भाई महेश और उसमें मित्र सुभाष की पहचान फेसबुक पर ताशु चौधरी और योगेश इंद्र कुमार उर्फ आशीष शर्मा से हुई। उसने रेलवे में भर्ती करवाने का वादा किया। फिर उसने रुपए देने के लिए कॉल किया। वह नौकरी दिलाने का विश्वास करने के लिए सीकर भी आया। सीकर में उसके भाई विनोद से मिला। तब उन्होंने बेरोजगारी होने के कारण उस पर विश्वास कर लिया। तब उन्होंने एक लाख रुपए उसके खाते में ट्रांसफर किए। इसके बाद नेफ्ट से दो बार 50-50 हजार रुपए दिए। फिर 40 हजार रुपए फोन पे के जरिए उसे दे दिए। उसने लगातार कई नंबरों से संपर्क किए। रुपए लेने के बाद उससे संपर्क नहीं हुआ।
रिश्तेदारों को आर्मी में अधिकारी होने का देता झांसा
आशीष शर्मा काफी शातिर है। उससे पूछताछ में कई खुलासे हुए है। पूछताछ में उसने बताया कि वह फेसबुक पर लड़कियों के नाम से फर्जी आईड़ी बना कर रखता है। इसके बाद युवकों से दोस्ती कर लेता है। युवकों को सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देता है। लोगों को विश्वास में लेने के लिए वह चाचा, ताउ, पिता व अन्य रिश्तेदारों को आर्मी में अधिकारी बताता था। अपनी पहुंच उच्च अधिकारियों से होने की बात कह कर झांसे में ले लेता है। सोशल मीडिय़ा पर ही रुपए के लेनदेन की बात कर लेता है।
रूतबा दिखाने के लिए आर्मी की वर्दी पहन कर जाता
आशीष अपने साथ आर्मी की वर्दी भी रखता है। सोशली मीडिया पर रुपयों के लेनदेन की बात हो जाने पर वह युवकों के घर भी पहुंच जाता है। वह लोगों को रूतबा दिखाने और विश्वास जमाने के लिए आर्मी की वर्दी पहन कर घर चला जाता है। इसके बाद वह आधे पैसे पहले और आधे रुपए नौकरी लगने की बात बोलकर विश्वास में ले लेता है। अधिकतर रुपए वह मौके पर ही ले लेता है। उसने काफी संख्या में लोगों को झांसे में लेकर ठगी की वारदात की है।
दो मोबाइल व चार सिम बरामद
शातिर आशीष के पास से दो मोबाइल व चार सिम बरामद हुई है। इसके अलावा पुलिस ने ठगी के 8 मोबाइल नंबरों की पहचान की है। उसने 7440474615,6265813552, 9084560023, 7697547097,7335851250, 7566289018, 9589539722 व 8445574615 से अधिकतर लोगों से ठगी की वारदात की है। शातिर ठग को पकडऩे में डीएसपी सिटी वीरेंद्र शर्मा के नेतृत्व में थानाधिकारी पवनकुमार, एएसआई नरेशचंद्र, कांस्टेबल महावीर सिंह, बलबीर, साइबर सेल से अंकुश कुमार व राकेश कुमार के सहयोग से आरोपी को पकड़ा गया।
खुद के साथ हुई ठगी तो आया आइडिया
चार साल पहले आशीष के साथ आर्मी में भर्ती करवाने के नाम पर ठगी हो गई। ठग ने उससे दो लाख रुपए ले लिए। नौकरी नहीं लगी तो वह परेशान हो गया। तब उसे ठगी करने का आइडिया और उसने परिजनों को नौकरी लगने की बात कहीं। तब से वह लगातार लोगों से ठगी की वारदातें कर रहा है। ठगी के रुपयों से उसने गांव में 40 लाख रुपए का मकान बना लिया। वह परिजनों को हर महीने सैलरी के रूप में पैसे भी भेजता था।
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