6 फरवरी से बंद है टोल बूथ
गौरतलब है कि कृषि कानूनों के विरोध संयुक्त किसान मोर्चा का टोल बंद आंदोलन छह फरवरी से जारी है। जिसके तहत जिले के सभी टोल बूथों पर किसान धरना देकर कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं। टोल बूथ बंद कर किसानों ने वहां से गुजर रहे वाहनों को भी टोल शुल्क से आजादी दिला रखी है। लंबे आंदोलन के बाद बुधवार को पुलिस ने किसानों से वार्ता कर टोल बूथों को खाली करने की समझाइश की थी। जिसके चलते किसानों का आक्रोश और बढ़ गया और आज राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 52 स्थित अखेपुरा टोल बूथ पर धरना देकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ आक्रोश जताया।
तीन घंटे में ही किसानों ने फिर बंद करवाया टोल
जिले में पुलिस ने बुधवार को जिले के कई टोल खुलवाने का प्रयास किया। इस दौरान अजीतगढ़ के गढ़तकनेट टोल प्लाजा को पुलिस ने 21 दिन के बंद के बाद दोपहर में जाकर शुरू करवा दिया। जिससे किसानों का गुस्सा बढ़ गया और करीब तीन घंटे बाद ही उन्होंने फिर से टोल बूथ को जबरन बंद करवा दिया। इससे एकबारगी टोलबूथ पर तनाव का माहौल हो गया।