जिले में खरीफ की बुवाई से लेकर अब तक हुई रिमझिम से किसानों ( Farmers) के चेहरे से खुशी झलकने लगी है। किसानों की माने तो इसके पीछे सबसे बड़ा कारण कम बरसात से भूमि की उर्वरा क्षमता बने रहना है। बुजुर्ग किसानों ने बताया कि तेज बरसात से भूमि में मौजूद पोषक तत्व गहराई तक चलते जाते हैं इससे भूमि की उर्वरा क्षमता प्रभावित होती है। वहीं रोग- कीटों के प्रकोप के चलते फसलें कमजोर हो जाती है। लेकिन इस बार नमी और हल्की बरसात के कारण नमी गहराई तक बैठ गई है इससे किसानों के चेहरे खुशी से झलक उठे हैं।
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इनका कहना है
जिले में खरीफ की बुवाई हो चुकी है। अच्छी बरसात के चलते जिले में इस समय खरीफ की फसलें बेहतर है। वहीं बारिश के कारण फसलों में इस समय किसी प्रकार के रोग कीट का प्रकोप नहीं है।
– एस आर कटारिया, उपनिदेशक, कृषि
बारिश के कारण खरीफ की उद्यानिकी फसलों के उत्पादन में बढोतरी हुई है। अगले सप्ताह तक स्थानीय सब्जियां बाजार में आने से भावों में गिरावट आ जाएगी। -शिशपाल सिंह खरबास, किसान