ऑटो रिक्शा बंद होने से हुई परेशानी
ऑटो यूनियन ने भी समर्थन में ऑटो नहीं चलाए। इससे दिनभर राहगिरों व यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कस्बे में पूरे दिन ऑटो का संचालन नहीं हुआ।
संतों को आना पड़ा सडक़ पर
लक्ष्मणगढ़. फतेहपुर में कावडिय़ों पर हुए हमले व पुलिस की बर्बरता के खिलाफ पिछले तीन से आंदोलनरत दिनेशगिरी महाराज ने फतेहपुर पुलिस उपाधीक्षक को एपीओ करने के साथ साथ सरकार की ओर से अन्य मांगे जाने के बाद देर रात्रि लक्ष्मणगढ़ में आंदोलन समाप्ति की घोषणा की। लाल कुंआ के पास आयोजित सभा में दिनेशगिरी महाराज ने कहा कि एक इतनी सी बात मनवाने के लिए कितना पसीना बहाना पड़ा, यह सरकार की नाकामी हैं।
हिंदुत्व की आन बान शान के लिए आगे यदि आंदोलन हुआ तो शेखावाटी के संत युवाओ को साथ लेकर सरकार का तख्ता पलट कर देंगे। महाराज ने कहा कि हिंदुओं ने अपनी ताकत दिखाई, उसी के बल पर सरकार को झुकना पड़ा। शेखावाटी का यह पहला आंदोलन हैं जिसमे नेताओं का कोई लेना देना नहीं रहा, साधु संतों के नेतृत्व में युवाओं ने सरकार को अपनी ताकत का एहसास करवाया। महाराज ने इस दौरान रामगढ़, फतेहपुर व लक्ष्मणगढ़ की जनता का
अभूतपूर्व सहयोग देने के लिए आभार जताया। सभा को बीदावत मंदिर के महंत दिलीपदास महाराज ने भी संबोधित किया। इससे पहले युवाओं ने लक्ष्मणगढ़ आगमन पर दिनेशगिरी महाराज का डीजे की धुन पर भव्य जुलूस के साथ स्वागत किया।
मंत्री राठौड़ ने डीजी से की बात, जारी हुए अॅार्डर
रविवार को मंत्री राजेन्द्र राठौड़ चुरू जाते समय दो जांटी बालाजी के दर्शन करने रूके। इस दौरान भाजपा नेता गोवर्धन सिंह ठेकेदार व व्यापार मण्डल मण्डल के पदाधिकारियों ने मुलाकात की। गोवर्धन सिंह ठेकेदार ने बताया कि राजेन्द्र राठौड़ को पूरे मामले से अवगत करवाया गया। इसके बाद वहीं पर मंत्री राठौड़ ने डीजी से बात कर कहा कि विभाग की ढिलाई के कारण कई कस्बे बंद पड़े है। मामले का जल्द ही निपटारा किया जाएं। जिस भी अधिकारी पर कार्रवाई करनी है वह जल्दी ही की जाए। शाम को ही डीजी ने महमूद खान को एपीओ कर दिया।
इन मांगों पर बनी सहमति
महंत दिनेशगिरी महाराज ने बताया कि हमारी सभी प्रमुख मांगों पर सरकार से सहमति बन गई। डिप्टी महमूद खां को एपीओ कर दिया गया। इसके अलावा समाज के लोगों पर किसी भी द्वेषता के कारण पुलिस की ओर से मुकदमें दर्ज नहीं किए जाएंगे, कांस्टेबल शब्बीर को संस्पेड कर देने की मांगों पर सहमति बन गई है।
सुबह से ही मढ़ी पर जुटने लगी भीड़
शनिवार देर रात से ही आंदोलन समाप्ति की चर्चा होनी शुरू हो गई। सोश्यिल मीडिया पर वाइरल हुई पोस्ट के बाद रविवार को सुबह से ही बुधगिरी मढ़ी पर लोगों का जमावड़ा होना शुरू हो गया। दोपहर तक मढ़ी पर भीड़ जमा हो गई।