बेटा चित्तौडगढ़़ से लेकर आ रहा था अफीम का दूध
सीमारला में कार्रवाई के दौरान ही पुलिस को जीप में अफीम का दूध होने की सूचना मिली। इस पर पुलिस ने सीमारला रोड पर नाकाबंदी की। नाकाबंदी के दौरान बोलेरो जीप का चालक पुलिस को देखकर भागने लगा। इस पर पुलिस ने पीछा कर उसे पकड़ा तो जीप में 226 ग्राम अफीम का दूध पाया गया। गाड़ी में पुलिस को देसी पिस्तौल और दो कारतूस भी मिले। इस पर पुलिस ने गाड़ी में सवार मोहनलाल को गिरफ्तार कर लिया। थाने लाने के बाद पता चला कि मोहनलाल बन्नालाल क बेटा है। ऐसे में दोनों बाप-बेटे एक ही दिन में तस्करी के आरोप में गिरफ्तार हो गए। मोहनलाल के पास अजीतगढ़ क्षेत्र से चोरी हुई बाइक भी होने की जानकारी पुलिस के सामने आई है। पुलिस बाइक बरामद करने का प्रयास कर रही है।
खोटे धंधे में ‘खोट’ के कारोबार से मोटी कमाई
मोहनलाल और बन्नाराम पिछले करीब डेढ़ वर्ष से मादक पदार्थ की तस्करी में लिप्त थे। उन्होंने अपने घर को ही इसका केन्द्र बना रखा था। पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया है बेटा मोहनलाल चित्तोडगढ़़ क्षेत्र से डोडा-पोस्त और अफीम लेकर आता था। बाप तस्करी के मादक पदार्थ में घर में मिलावट ‘खोटÓ कर पैकेट बनाकर देता था। बाद में उसे हनुमानगढ़ और गंगानगर में सप्लाई कर देता था।
डोडा-पोस्त में मुंगफली के छिलके, अफीम में बोर्नवीटा की मिलावट
मोहनलाल डोडा-पोस्त में एक तिहाई मात्रा में मुंगफली के छिलकों की मिलावट करता था। इसके लिए उसने अपने धर में चक्की लगा रखी थी। डोडा और मुंगफली के छिलकों को मिलाकर चक्की में पीसने के बाद वह उसके पैकेट बना देता था। इसके साथ ही मोहनलाल अफीम का दूध लेकर आता था। घर में ही मोहनलाल अफीम के दूध में बोर्नवीटा का पाउडर व गुड़ मिलाकर अफीम तैयार करता था।
कार्रवाई के बाद भी बजते रहे ग्राहकों के फोन
पुलिस की कार्रवाई के बाद जब मोहनलाल और बन्नालाल को थाने लाया गया तो उनके फोन पर हनुमानगढ़ और गंगानगर के ग्राहकों के लगतार फोन आ रहे थे। ऐसे में पुलिस अब कॉल डिटेल के आधार पर इनसे जुड़े तस्करों व ग्राहकों का पता करेगी। मोहनलाल हनुमानगढ़ में डोडा-पोस्त की तस्करी के ममले में गिरफ्तार हो चुका है। वह करीब छह माह पहले ही जमानत पर बाहर आया है। इसके बाद वह फिर तस्करी में लिप्त हो गया।