मां मेरा क्या कसूर था… मेरी तो अभी आंखें भी नहीं खुली थी, आपने ये क्या कर दिया !
भ्रूण करीब तीन माह का बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार सुबह उस रास्ते से जा रहे एक राहगीर ने कचरे के ढेर में भ्रूण को देखा। जिसकी सूचना अस्पताल प्रशासन व पुलिस को दी गई। अस्पताल प्रशासन पुलिस का इंतजार करता रहा। घटना से 50 मीटर दूर पुलिस चौकी होने के बावजूद पुलिस आधे घंटे बाद पहुंची। इससे पहले लोगों की भीड़ जमा हो गई और वीडियो बनाने लगे। पुलिस ने शव को कल्याण अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है और मामले की जांच में जुट गई है।
शर्मसार: सरकारी अस्पताल के टॉयलेट पोट में फंसा मिला नवजात बच्ची का शव, 10 दिन में दूसरी घटना
शर्मसार होता शेखावाटी
कन्या भ्रूण हत्या जैसी घटनाओं से शेखावाटी लगातार शर्मसार होता जा रहा है। हाल ही में दो दिन पहले घर पर जन्मी नवजात कन्या को जनाना अस्पताल के पालना गृह में छोड़ गए। शेखावाटी में पिछले 20 दिनों में इस तरह के चार मामले सामने आ चुके है। इससे पहले नीमकाथाना में भी अस्पताल के टॉयलेट पोट में नवजात बच्ची का शव फंसा मिला था। इसी तरह चूरू में नवजात बच्ची को प्लास्टिक की थैली में बंद कर सडक़ पर फेंक गए थे।