शहीद जगदीश प्रसाद यादव 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हुए हमले में शहीद हुए थे। ससंद पर जब हमला हुआ तो सबसे पहले आतंकवादियों से मुकाबला शहीद जेपी यादव ने ही किया था।
दिल्ली में संसद हमले में शहीद हुए जेपी यादव की मंगलवार को 15वीं पुण्यतिथि पर कपिल मंडी में स्थित शहीद जेपी यादव पार्क में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एसडीएम जगदीश गौड, तहसीलदार सरदारा राम गिल, कोतवाल जितेन्द्र नेवरियां, दौलतराम गोयल,महेंद्र मांडिया,डॉ.जीएस तंवर,शहीद पुत्र गौरव यादव सहित शहर के लोगों ने शहीद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
इससे पूर्व सभी ने दो मिनट का मौन रखा। पूण्यतिथि के मौके पर स्मारक स्थल पर रक्तदान शिविर लगाया गया। कार्यक्रम में छात्र नेता दीपक महाजन, डीपी यादव, दिलीप यादव, विशाल शर्मा, अशोक जोधपुरी सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
ऐसे हुए जेपी यादव शहीद शहीद जगदीश प्रसाद यादव 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हुए हमले में शहीद हुए थे। ससंद पर जब हमला हुआ तो सबसे पहले आतंकवादियों से मुकाबला शहीद जेपी यादव ने ही किया था। घटना के दौरान यादव उपराष्ट्रपति की प्रस्थान व्यवस्था देख रहे थे। इसी दौरान सफेद एंबेसडर कार में आए पांच आतंकवादी गेट नंबर 11 में घुस गए। यादव ने गाड़ी को रोकने का इशारा किया तो आतंकवादी गाड़ी आगे ले गए।
इसी दौरान यादव उनके पीछे दौड़े तो आतंकवादियों ने गाड़ी से उतरकर यादव पर अंधाधुंध गोलियां चला दी। मगर यादव ने जान की परवाह न करते हुए गेट नंबर 12 की तरफ चिल्लाते हुए दौड़े और वॉकी टॉकी पर सबसे पहले संदेश दिया कि ‘आतंकवादी संसद में घुस गए हैं गेट बंद कर लो’…। इस संदेश के तुरंत बाद संसद में अन्य सुरक्षाकर्मी अलर्ट हुए।