पुलिस के मुताबिक 26 जुलाई को ढाणी दरोगा की तन इस्माईलपुर निवासी प्रहलाद सिंह(70) ने रिपोर्ट दी थी कि उसके पुत्र पूर्व फौजी आजाद सिंह पर 25 जुलाई की रात्रि गोली मार दी गई। इस संबंध में पुलिस ने रिपोर्ट कर जांच शुरू कर दी। प्रकरण में पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेश कुमार मीणा के निर्देशानुसार चिड़ावा वृत्ताधिकारी लाखनसिंह मीणा के नेतृत्व में टीम बनाई। पीडि़त आजादसिंह व उसके परिजनों से रंजीश रखने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की कॉल डिटेल खंगाली गई।
गतिविधियों पर संदेह
जांच में पिलानी निवासी सरोज देवी दर्जी, प्रदीप आलडिय़ा, नीरज उर्फ निरीया, लंबोर बड़ी जिला चूरू निवासी अमित सिंह उर्फ बन्ना, सूरज उर्फ घूण्डी नायक निवासी पिलानी की कॉल डिटेल व गतिविधियां संदिग्ध पाई गई।
जांच में पिलानी निवासी सरोज देवी दर्जी, प्रदीप आलडिय़ा, नीरज उर्फ निरीया, लंबोर बड़ी जिला चूरू निवासी अमित सिंह उर्फ बन्ना, सूरज उर्फ घूण्डी नायक निवासी पिलानी की कॉल डिटेल व गतिविधियां संदिग्ध पाई गई।
बेटे की मौत का मानती जिम्मेदार
पूछताछ में सामने आया कि आरोपिता सरोज दर्जी का लडक़ा विकास उर्फ विंकी पीडि़त आजाद सिंह के लडक़े कुलदीप सिंह का दोस्त था। गत साल 17 अगस्त दरोगा की ढाणी से पिलानी जाते समय नरहड़ छावनी के पास विकास की कार पलटी खा गई। हादसे में विकास की मृत्यु हो गई थी। आरोपिता बेटे की मौत के लिए कुलदीप सिंह को दोषी मानकर बदला लेना चाहती थी।
पूछताछ में सामने आया कि आरोपिता सरोज दर्जी का लडक़ा विकास उर्फ विंकी पीडि़त आजाद सिंह के लडक़े कुलदीप सिंह का दोस्त था। गत साल 17 अगस्त दरोगा की ढाणी से पिलानी जाते समय नरहड़ छावनी के पास विकास की कार पलटी खा गई। हादसे में विकास की मृत्यु हो गई थी। आरोपिता बेटे की मौत के लिए कुलदीप सिंह को दोषी मानकर बदला लेना चाहती थी।
दो लाख में सौदा तय
आरोपित ने अपने परिचित प्रदीप आलडिय़ा से मिलकर अमित उर्फ बन्ना को कुलदीप सिंह या उसके घर के किसी सदस्य को मारने के लिए दो लाख रुपए में सौदा तय किया।25 जुलाई को सरोज व प्रदीप आलडिय़ा ने अमित को कुलदीप सिंह का घर दिखा दिया। उसी रात्रि को अमित ने अपने साथी नीरज सिंह उर्फ निरीया व सूरज उर्फ घूण्डी के साथ कुलदीप सिंह के घर पहुंचे। चौक में सो रहे आजाद सिंह को गोली मार दी। सरोज ने तय रकम में से 10 हजार रुपए नकद व 35 हजार रुपए देकर मोटरसाइकिल बुकिंग करवा अमित को दिलवाना भी जांच में सामने आया।
टीम में ये भी शामिल
पुलिस टीम में थानाधिकारी सोहनलाल, एचसी रामसिंह, सिपाही सुरेन्द्र सिंह, नरेन्द्र कुमार, पवन कुमार, संजु बुन्देला, विकास कुमार, पुलिस थाना पिलानी से संजय कुमार शामिल थे।