जिंदा जलाने की हुई थी कोशिश
त्रिवेणी टोल प्लाजा पर 15 जनवरी को अल सुबह ही गाड़ी में सवार होकर आए बदमाशों द्वारा मारपीट, तोडफ़ोड़ व आगजनी के साथ सुपरवाइजर जगदीप जाट को जिंदा जलाने की कोशिश का मामला सामने आया था। मामले में सुपरवाइजन जगदीप जाट ने अजीतगढ़ पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें ताराचंद गुर्जर,,रघुवीर उर्फ रघु गुर्जर पर उपद्रव का आरोप लगाया था। रिपोर्ट में टीसी कर्मचारी दीपक पर पिस्तौल तानकर बदमाशों द्वारा बूथ तथा ऑफिस से दो लाख रुपए लूटने व कर्मचारियों के मोबाइल छीन ले जाने की बात भी लिखी थी। जिसके आधार पर पुलिस ने जांच शुरू ही की थी कि रात को फिर टोल प्लाजा पर हमला हो गया। जिसके बाद से पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी।
बदला लेने के लिए हमला
थानाधिकारी सवाई सिंह ने बताया कि घटना को टोल के ही पूर्व कर्मचारी रघुवीर उर्फ रघु गुर्जर ने बदला लेने के लिए अंजाम दिया था। उसे करीब डेढ महीने पहले ही रुपयोंं के लेने देन को लेकर हुए विवाद के चलते नौकरी से हटा दिया गया था। इसके बाद से वह लगातार टोल संचालकों से वापस नौकरी पर रखने की मांग कर रहा था। जिसे सफलता नहीं मिली। इस पर गुस्साए रघु ने बदला लेने के लिए अपने साथियों के साथ टोल पर उपद्रव कर लूट की योजना बनाई।
इनकी रही अहम भूमिका
आरोपियों को गिरफ्तार करने में अजीतगढ़ थाना प्रभारी सवाई सिंह, कांवट चौकी प्रभारी बलवीर सिंह, कांस्टेबल देशराज, राकेश, कृष्ण कुमार, जितेंद्र कुमार व मुंशी सिंह की अहम भूमिका रही। पुलिस ने बाकी आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।