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जिले में पौने चार लाख लेकिन मेले में पहुंचे महज डेढ हजार किसान

locationसीकरPublished: Feb 18, 2019 10:09:04 pm

Submitted by:

Puran

16 किसान हुए सम्मानित, 43 स्टॉल के जरिए किसानों को दिखाई प्रदर्शनी

sikar

जिले में पौने चार लाख लेकिन मेले में पहुंचे महज डेढ हजार किसान



सीकर. जिला प्रशासन, कृषि विभाग और कृषि प्रौद्योगिकी अभिकरण आत्मा की ओर से सांवली रोड स्थित कार्यालय में लगाए गए जिला स्तरीय किसान मेला जिला स्तरीय किसान मेला एक बार फिर औपचारिकता बन गया। सरकार ने वाह-वाही लूटने के लिए जिला स्तर पर आनन-फानन में किसान मेला तो लगा दिया लेकिन मेले का प्रचार-प्रसार नहीं होने के कारण मेले में नाममात्र के ही किसान पहुंच पाए जबकि जिले में किसानों की संख्या पौने चार लाख से ज्यादा है। लेकिन मेले में महज डेढ हजार किसान ही पहुंचे। इनमें भी वे किसान जिन्हे कृषि पर्यवेक्षक लेकर पहुंचे। यही नहीं मेले का हाल यह रहा कि शहर विधायक, जिले के सांसद और जिला प्रमुख तक मेले में नहीं पहुंची। इस दौरान कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक प्रमोद कुमार चौधरी, उपनिदेशक एसआर कटारिया, संयुक्त निदेशक उद्यान हरलाल सिंह बिजारणिया, आत्मा परियोजना के पीके सैनी सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

मेले में लगाई 43 स्टॉल सीकर जिले के किसानों ने उन्नत खेती से तैयार अपनी फसल, सब्जी व फल-फूल की प्रदर्शनी लगाई। 43 स्टॉल के जरिए कृषि, पशुपालन, डेयरी व कृषि से जुड़े विभागों की योजनाओं की जानकारी दी गई। इस दौरान कृषि संबंधी उत्पादों की विशेष प्रदर्शनी लगाई। दोपहर बाद मुख्य कार्यक्रम हुआ। प्रभारी मंत्री रघु शर्मा की मौजूदगी में हुआ। प्रभारी मंत्री ने इसप्रकार के आयोजनों को किसानों के लिए सार्थक बताया। इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता रहे 16 किसानों का सम्मान किया। इस दौरान दांतारामगढ विधायक वीरेन्द्र सिंह, विधायक हाकम अली, जिला कलक्टर नरेश कुमार ठकराल, पुलिस अधीक्षक डॉ. अमनदीप सिंह, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पीएस जाट, जिला परिषद सदस्य रामदेव खोखर, दांतारामगढ के पूर्व प्रधान भंवरलाल वर्मा, पदमश्री विजेता जगदीश पारीक सहित जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
फसल प्रतियोगिता में शामिल हुई 22 फसलेंफसल प्रतियोगिता में अलग-अलग 22 विभिन्न तरह की फसलों को शामिल किया गया है। इसमें पांच फसल, 10 सब्जी, चार फल व तीन फूलों की फसलों को शामिल किया है। फसल में गेहूं, जौ, सरसों, चना, मैथी। सब्जियों में प्याज, लहसुन, पत्तागोभी, फूलगोभी, मटर, टमाटर, बैंगन, गाजर, टिंडा, खीरा। फलों में बेर, आंवला, बेलपत्र व नींबू। फूल में गेंदा, गुलाब व गुलदाउदी शामिल है।

इनका हुआ सम्मान

कृषि उन्नति योजना के तहत धोद के रडमल सिंह, हबीब खां, श्रीमाधोपुर के बोदूराम यादव, अर्जुन सिंह, लक्ष्मणगढ के भंवरलाल, सुरजाराम, पाटन के भूप सिंह, मालीराम, पिपराली के शिशुपाल सिंह, सरजीत सिंह, नीमकाथाना के सुल्तानराम, हरिराम, खंडेला के बीरबल, ज्याना देवी, फतेहपुर की गीता देवी, ओमप्रकाश का सम्मान किया गया। इन किसानों को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
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