बाबू के छह लाख, सिपाही के 12 लाख
कालूराम ने खेत के पड़ोसी लालचंद से कहा कि उसका साडू तिलोकाराम आबकारी विभाग में बड़े पद पर कार्यरत है। वह आबकारी विभाग में बाबू व सिपाही के पद पर नौकरी लगवाने का कार्य करता है। इस पर लालचंद ने तिलोकाराम से अपने बेटे व दामाद को नौकरी लगाने की बात कही। इस पर तिलोकाराम तैयार हो गया और तत्काल उसके बैंक खाते में 12 लाख रुपए जमा करवाने की बात कही और दोनों के दस्तावेज ले लिए। इस पर लालचंद ने तिलोकाराम के खाते में पांच बार में दस लाख रुपए जमा करवा दिए। तीन लाख रुपए वह घर से झांसा देकर नकद ले गया। इसके बाद कई बार बात करने का प्रयास किया, लेकिन तिलोकाराम और कालूराम उसके सम्पर्क में नहीं आए। इस पर लालचंद ने गत माह सदर थाने में मामला दर्ज करवाया।
ठगी के बाद भी करता रहा नौकरी ( thagi of 13 lakhs )
खास बात यह है कि तिलोकाराम सीकर में 13 लाख की ठगी की वारदात करने के बाद भी जयपुर शुगर मिल में नौकरी करता रहा। पुलिस ने आज उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ मे सामने आया है कि उसने नागौर जिले के निवासी जयपुर में रहने वाले जोगेन्द्र सिंह ढाई लाख और एक अन्य से भी इसी तरह की ठगी की है। हालांकि ठगी के यह मामले अभी तक पुलिस तक नहीं पहुंचे है।