कार्य की धीमी गति से नाराज हुए धारीवाल, लगाई फटकार
जलापूर्ति परियोजना के निरीक्षण के दौरान योजना में अब तक महज 11 प्रतिशत काम पूर्ण होने की जानकारी मिलने पर धारीवाल नाराज हुए तथा कार्य कर रही कंपनी एलएण्डटी के प्रतिनिधियों को फटकार लगाई। कंपनी के प्रतिनिधियों ने मार्च 2022 तक योजना का कार्य पूर्ण करने की बात कही। इस पर धारीवाल ने परियोजना के निदेशक डॉ कुमारपाल गौतम तथा चीफ इंजीनियर अरुण कुमार व्यास को कंपनी से यह बात लिखवाकर लेने को कहा, साथ ही मार्च तक काम पूरा न होने पर कंपनी पर जुर्माना लगाने तथा ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने की बात कही।
जनप्रतिनिधियों ने भी जताई नाराजगी
धारीवाल के समक्ष क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने भी जलापूर्ति परियोजना (आरयूडीएसआईसीओ) का कार्य कर रही कंपनी को लेकर नाराजगी जताई। नगरपालिका उपाध्यक्ष बनवारी पाण्डे ने धारीवाल को बताया कि कंपनी की ओर से जनप्रतिनिधियों को योजना की न तो कोई जानकारी दी गई और ना ही प्रगति रिपोर्ट के बारे में कुछ बताया जा रहा। यहां तक कि कंपनी की ओर से जनप्रतिनिधियों से सलाह-मशवरे के लिए बैठक तक नहीं बुलाई गई। इस पर धारीवाल ने परियोजना निदेशक डॉ कुमारपाल गौतम तथा जिला कलक्टर अविचल चतुर्वेदी को निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधियों के साथ कंपनी के प्रतिनिधियों व योजना के अधिकारियों की बैठक का जल्द आयोजन करवाएं। इस मौके पर उपखण्ड अधिकारी डॉ. कुलराज मीणा, पुलिस उपाधीक्षक श्रवण झोरड़, नगरपालिका में अधिशाषी अधिकारी डॉ अशोक चौधरी, कनिष्ठ अभियन्ता सुरेन्द्र गोदारा, योजना के अतिरिक्त परियोजना निदेशक हेमन्त कुमार शर्मा, अधीक्षण अभियन्ता प्रवीण कुमार आकोलिया आदि भी मौजूद थे।
12 हजार से अधिक घरों में पहुंचेगा शुद्ध पेयजल
कस्बे में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए राजस्थान नगरीय पेयजल सीवरेज एवं आधारभूत निगम लिमिटेड की बाह्य सहायता परियोजना के अंतर्गत करीब 49.5 करोड़ रुपयों की लागत वाली जलापूर्ति परियोजना का कार्य 22 जून 2020 को शुरू हुआ था। परियोजना के तहत एलएंडटी कंपनी कस्बे में 150 किमी वाटरलाईन डालने के अलावा 12,200 घरों में जलापूर्ति कनैक्शन करेगी तथा 24 घण्टे नियमित जलापूर्ति करेगी। नई पाईप लाईनों में पानी का प्रेशर इतना रहेगा कि 12.5 मीटर की ऊंचाई बिना मोटर की सहायता के भी पानी पहुंच सकेगा। कंपनी की ओर से आगामी 10 वर्षों तक पाइप लाइन सुधारने व योजना का संचालन व संधारण का कार्य भी किया जाएगा।