दो में कोई स्कूल नहीं
शिक्षा विभाग के अनुसार, जिले में 33 ग्राम पंचायतें नई बनी है। इनमें से 13 ग्राम पंचायतों में सीनियर सैकंडरी स्कूल है। दो ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर कोई स्कूल नहीं तथा 8 ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर यूपीएस (प्राइमरी) स्कूल है। इसके अलावा 10 ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर सैंकण्डरी स्कूलें संचालित है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन 10 सैंकडरी स्कूलों को तो सीनियर सैंकडरी स्कूलों में क्रमोन्नत कर दिया जाएगा। लेकिन शेष यूपीएस व दो अन्य ग्रामपंचायत मुख्यालयों पर सीनियर सैकंडरी स्कूल नए बनने है।
शिक्षाधिकारियों के पद बढ़ेंगे
नव गठित ग्राम पंचायतों में उच्च माध्यमिक स्तर के स्कूल खुलने से शिक्षाधिकारियों के पद बढ़ेंगे। वर्ष 2018 में प्रत्येक पंचायत समिति पर एक सीडीईओ कार्यालय में डीईओ स्तर का पद स्वीकृत किया गया था। अब नव गठित ग्राम पंचायतों में सैकंडरी स्कूल को सीनियर सैकंडरी में क्रमोन्नत किया जाएगा। नई पंचायतों के लिए डीईओ, नए सीनियर सैकंडरी स्कूलों के लिए प्रिंसिपल, व्याख्याता के पद स्वीकृत करने होंगे। शिक्षकों को पदोन्नति और सीधी भर्ती खुलने से बेरोजगारों को मौका मिलेगा।