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खजूर की खेती पर मिलेगा अनुदान

locationसीकरPublished: Feb 23, 2021 06:12:41 pm

सीकर जिले को पहली बार किया शामिलराविका के तहत परंपरागत खेती की साथ फायदेमंद खेती की कवायद

खजूर की खेती पर मिलेगा अनुदान

खजूर की खेती पर मिलेगा अनुदान

सीकर. सीकर जिले में अब खजूर की खेती करने पर किसानों को कृषि विभाग की ओर से अनुदान दिया जाएगा। उद्यान मुख्यालय ने प्रदेश में पहली बार सीकर जिले को खजूर की खेती करवाने के लिए कार्यक्रम में शामिल किया है। जिले के किसान अपने खेतों में खजूर के पौधे लगाकार बड़ा मुनाफा कमा सकते हैं। उद्यान विभाग की ओर से राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत टिश्यूकल्चर तकनीक से उत्पादित खजूर के पौधे लगाने पर अनुदान के रूप में मदद मुहैया कराएगा। खजूर का बगीचा लगाने पर उद्यान विभाग की तरफ से योजना के तहत 75 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।
दस हैक्टेयर का लक्ष्य
प्रदेश सरकार ने जिले को 10 हैक्टेयर खजूर के लक्ष्य आवंटित किए है। जिसमें सामान्य वर्ग के लिए 5 हैक्टेयर, अनुसूचित जाति 3 तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए 2 हैक्टेयर का लक्ष्य है। योजना का लाभ लेने के लिए किसान को खेती की जमाबंदी, नक्शा ट्रेस, स्थाई सिंचाई स्त्रोत का प्रमाण-पत्र, मिट्टी-पानी का जांच रिपोर्ट, बैंक खाते की डिटेल, आधार व भामाशाह कार्ड के साथ पत्रावली ऑनलाइन करवाकर कार्यालय सहायक निदेशक उद्यान में भिजवाना होगा।
जोधपुर और जैसलमेर से ही पौधे
प्रदेश में अनुदान पर खजूर की खेती के लिए केवल दो स्थान से ही पौधे लिए जा सकते हैं। जोधपुर जिले में टिश्यू कल्चर से तैयार होने वाले प्रत्येक पौधे की कीमत 3250 रुपए और जैसलमेर में खजूर अनुसंधान केन्द्र ऑफ शूट पद्धति से तैयार पौधे की दर 1450 रुपए निर्धारित की है।
प्रत्येक पौधे को इकाई माना गया है। जिस पर 75 प्रतिशत अनुदान है। फायदा उठाने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
जिसमें किसान वर्ग से जुड़े कई प्रकार के दस्तावेज होंगे। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद हार्डकॉपी उद्यान विभाग के कार्यालय में पेश करनी होगी, तभी किसानों को अनुदान मिल सकेगा।
इनका कहना है
किसानों को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में खजूर के पौधे लगाने पर उद्यान विभाग अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए जिले को पहली बार 10 हैक्टेयर के लक्ष्य आवंटित हुए है।
बनवारीलाल चौधरी, सहायक निदेशक उद्यान।

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