पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की पति की हत्या
15 दिसम्बर 2018 की शाम को झाड़ली से 3 किलोमीटर आगे मेरी महर इंडस्ट्रीयन फैक्ट्री के पीछे नाले में मध्यप्रदेश के मजदूर दुला की हत्या उसकी पत्नी मंजू उर्फ संतोष तथा गांव का बन्ना मेघवाल ने कर दी थी। बाद में शव को नाले में फेंक दिया।
शव की शिनाख्त चार माह तक नहीं हो पाई। बाद में दुला के गांव नहीं पहुंचने पर परिजनों ने उसकी पत्नी संतोष पर दबाव बनाया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। संतोष के बन्ना लाल के साथ अवैध संबंध थे। पति के बाधक बनने पर बन्नालाल व संतोष ने दुला की हत्या कर दी।
सगाई से खफा होकर कर दी हत्या
दांतारामगढ़ के भारीजा गांव में ढाणी की एक युवती सगाई से खफा होकर ढाणी के युवक प्रहलाद ने उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी। हत्या से पहले प्रहलाद ने उसे किशनगढ़ के पास पूरे दिन घुमाया। बाद में हत्या के बाद शव की पहचान नहीं हो इसलिए नाले में डाल दिया। करीब 20 दिन बाद मामले का खुलासा हुआ। युवक प्रहलाद के युवती के सगाई से पहले अवैध संबंधों का भी खुलासा हुआ था।
एक्सपर्ट व्यू:
इसलिए बिगड़ रही है रिश्तों में बात
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज नई दिल्ली के मनोचिकित्सा विभाग के डा. शिवप्रसाद का कहना है कि इस तरह की स्थितियों में नर नारी को अपना संपूर्ण संसार मान लेता है जिसकारण नारी से कोई अलगाव उसे अपनी स्वयं की पहचान पर आघात महसूस होता है। नर के जीवन के अर्थ और तर्क में अन्य स्त्रोतों का अभाव होता है। नर की पारंपरिक भावना उसे यह बात सिखाती है कि उसके साथ जुड़े रहने पर ही पूरा सम्मान है।
इस तरह की टकरावपूर्ण स्थितियों में नर को मान-सम्मान में ठेस लगती है। इस तरह के मामलों में कई बार प्रेम के प्रति विचारधारा भयंकर अपराध का कारण भी बन जाती है। जब इस तरह की स्थितियां होती है तो अपने प्रिय की हत्या की जोखिम भी काफी हद तक बढ़ जाती है।
ऐसे विस्फोटक स्थिति सामान्यत नारी के इर्द-गिर्द ही उत्पन्न होती है जो धमकी देती है या वस्तुत: अपने प्रिय से अलग हो जाती है। ऐसे में इनके नजदीकी मित्रों व परिवार के सदस्यों की जिम्मेदारी बनती है कि वह दोनों को समझाएं कि इस रिश्ते के खत्म होने पर दुनिया खत्म नहीं हो जाती। यह स्थिति सामाजिक विघटन को भी साफ तौर पर जाहिर करती है।