थाने बुलाकर की मारपीट
जानकारी के अनुसार पिपराली की गुंगारा गांव निवासी अर्चना ने एसपी कार्यालय में पेश होकर बताया कि दादिया पुलिस थाने से 22 मई को उनके पास फोन आया था। जिसमें उन्होंने पति जगदीश के खिलाफ केस दर्ज होने की बात कहते हुए थाने में पहुंचने की बात कही। जिसके बाद वह पति जगदीश, भाई हीरालाल व बहन प्रभाती के साथ दादिया थाने पहुंची। जहां मौजूद हेड कॉन्स्टेबल ओमप्रकाश ने चारों के साथ मारपीट शुरू कर दी। पति व भाई को बंधक बनाकर दोनों बहनों के साथ भी मारपीट करते हुए अश्लील हरकत की। जिससे दोनों बहनों के मुंह व पैर में चोट आई। आरोप है कि पति को छुड़ाने के लिए थाने में जमानत राशि के नाम पर दो हजार रुपए की मांग भी की गई।
थानाधिकारी ने बताया झूठा आरोप, एसपी ने करवाया मेडिकल
पीडि़ता की शिकायत पर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने महिला का तारपुरा सरकारी अस्पताल में मेडिकल करवाकर जांच शुरू करवाई है। इधर, मामले में दादिया थानाधिकारी विजेंद्र सिंह व आरोपी हेडकांस्टेबल ने महिला के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि पानी को लेकर हुए विवाद में चारों एक पक्ष की ओर से थाने पहुंचे थे। जहां आपस में विवाद करने पर पुलिस ने उन्हें शांतिभंग में गिरफ्तार किया था। मारपीट व अश्लील हरकत के आरोप बेबुनियाद है।