सुबह से छाए रहे बादल
इससे पहले सीकर जिले में बादलों की आवाजाही सुबह से ही शुरू हो गई थी। जिसके बीच बीच में हल्की धूप खिलती रही। लेकिन, दोपहर बाद अचानक घनघोर काली घटाएं छाने लगी। जो जिलेभर में जहां- तहां बरसती रही। बादल इतने घने थे कि एकबारगी अंधेरा हो गया।
बरसात से किसानों की मेहनत पर फिरा पानी
बरसात से धोद व लक्ष्मणगढ़ सहित कई इलाकों में फसलों को नुकसान होने की सूचना है। किसान गोपाल राम, जगदीश, केशर देव ढाका, इंद्र चंद कुमावत, उपेन्द्र शर्मा व बलबीर कनसुजिया ने बताया कि दो दिन से लगातार हुई तेज बरसात से मूंग, मोठ, चवला व बाजरे की फसल चौपट हो गई है। बरसात ने किसानों की पूरी मेहनत पर पानी फेर दिया।
रास्तों में भरा पानी, बढ़ी परेशानी
सीकर शहर के मुकाबले बरसात बुधवार को ग्रामीण इलाकों में ज्यादा हुई। पाटोदा, सुरेरा सहित लक्ष्मणगढ़ व दांतारामगढ़ के कई गांवों में तेज बरसात से जगह जगह जलभराव हो गया। जिससे राहगिरों के साथ स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ गई।
आगे भी बरसात के आसार
इधर, मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार शेखावाटी सहित प्रदेश में आगे भी बरसात की संभावना बनी हुई है। जिसका असर दक्षिण पूर्वी जिलों में ज्यादा रहेगा। जहां भारी बरसात हो सकती है। जबकि पूर्वी व पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में हल्की से मध्यम बरसात संभव है।