scriptघर-घर कैसे पहुंचेगा पानी, सात जिलों में काम की रफ्तार कछुआ चाल | How water will reach door to door, speed of work in seven districts | Patrika News

घर-घर कैसे पहुंचेगा पानी, सात जिलों में काम की रफ्तार कछुआ चाल

locationसीकरPublished: Nov 24, 2021 12:12:06 am

Submitted by:

Ajay

लापरवाही: नोटिस के बाद भी नहीं जाग रहे जलदाय विभाग के अभियंता, 28 महीनों में अब कैसे पूरा होगा लक्ष्यटोंक, जैसलमेर, डूंगरपुर, उदयपुर, जोधपुर, भरतपुर और सवाई माधोपुर में धीमी रफ्तारस्पॉट लाइटअजय शर्मा

शेखावाटी में मंत्री से लेकर सांसद तक उठा चुके सवाल, फिर भी कार्रवाई नहीं

शेखावाटी में मंत्री से लेकर सांसद तक उठा चुके सवाल, फिर भी कार्रवाई नहीं


सीकर. पेयजल के बजट को लेकर पिछले ढाई साल से भले ही सियासत जारी हो, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही ने घर-घर पानी पहुंचाने की योजना की रफ्तार पर कई जिलों में ब्रेक लगा दिए हैं। हालात यह है कि जल जीवन मिशन योजना के तहत प्रदेश के आठ जिलों में दस फीसदी ही कनेक्शन हो सके हैं। नवम्बर 2021 तक हुए कनेक्शन के आधार पर प्रदेश में अभी भी राजसमंद, हनुमानगढ़, नागौर, पाली, जयपुर व सिरोही जिले में सबसे ज्यादा कनेक्शन हुए हैं। खुद केन्द्रीय मंत्री व मुख्यमंत्री का जोधपुर जिला भी अभी इन जिलों से काफी पीछे है। खास बात यह है कि जल जीवन मिशन में सबसे ज्यादा एक्शन प्लान बनाकर राजस्थान सबसे आगे है। प्रदेश के 43 हजार 323 गांवों के 35 हजार 955 प्लान स्वीकृत हुए हैं।
28 महीने में कैसे होंगे 84 लाख कनेक्शन
जल जीवन मिशन के लक्ष्य हासिल करना भी जलदाय विभाग के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं। महज 28 महीनों में अब विभाग को 84 लाख कनेक्शन जारी करने हैं। अब मंत्रिमण्डल में फेरबदल होने के बाद सरकार की नई टीम के सामने यह बड़ी चुनौती है।
सात जिलों के एसई को नोटिस, फिर भी नहीं पकड़ी रफ्तार
जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने आठ नवम्बर को योजना की समीक्षा की थी। इसमें सात जिलों के अधीक्षण अभियंताओं की लापरवाही सामने आई थी। इस पर नोटिस जारी किए गए। फिसड्डी सात जिलों में टोंक, जैसलमेर, डूंगरपुर, उदयपुर, जोधपुर, भरतपुर और सवाई माधोपुर जिले शामिल हैं।
शेखावाटी में अटका सर्वे, कार्रवाई नहीं
गांवों के एक्शन प्लान से लेकर सर्वे में निजी कंपनी की लापरवाही सामने आ चुकी है। खुद सांसद जिला कलक्टर के सामने यह मुद्दा उठा चुके हैं। दिसम्बर तक कंपनी को डेडलाइन दी गई है। शेखावाटी के गांव-ढाणियों में पेयजल अभी भी बड़ी समस्या है।
केन्द्रीय मंत्री के दौरे में भी उठा था मुद्दा
पिछले दिनों सीकर दौरे पर आए केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा था कि यहां की पेजयल की समस्या को देखते हुए सर्वाधिक काम स्वीकृत कराए हैं। अब तय समय पर प्रोजेक्ट को पूरा कराना और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई राज्य का विषय है।
किस जिले में कितने फीसदी कनेक्शन


राजसमंद 46.73


नागौर 39.60


हनुमानगढ़ 38.13


पाली 36.01


जयपुर 33.36


सिरोही 31.12


श्रीगंगानगर 29.26


चूरू 28.97


भीलवाड़ा 28.68


जालौर 26.71

सीकर 25.65


बीकानेर 24.31


झुंझुनूं 23.84
अजमेर 21.38


जोधपुर 19.83
करौली 19.69
चित्तौडगढ़ 19.48


अलवर 16.19
सवाईमाधोपुर 15.70
टोंक 14.68
बूंदी 14.39


उदयपुर 13.39
कोटा 12.04
झालावाड़ 11.58
डूंगरपुर 10.55
बांरा 9.87


बाड़मेर 9.61
दौसा 8.97
धौलपुर 7.70
प्रतापगढ़ 7.37
बांसवाड़ा 7.21
भरतपुर 7.17

जैसलमेर 3.72

कब कितने हुए कनेक्शन
अगस्त 2019: 1174131
अप्रेल 2020: 1276300
जून 2020: 1355194


फरवरी 2021: 1839117


जून 2021: 2026146
अक्टूबर 2021: 2138763

आंकड़ों में समझें पानी की कहानी
अब तक राशि खर्च: 1077.88 करोड़
कब तक सभी घरों में कनेक्शन देने का दावा: 2024
दो साल में कनेक्शन: 11.74 लाख
कितने परिवारों की स्वीकृति जारी: 78 लाख
इस साल लक्ष्य: 30 लाख ग्रामीण परिवार
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