जल जीवन मिशन के लक्ष्य हासिल करना भी जलदाय विभाग के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं। महज 28 महीनों में अब विभाग को 84 लाख कनेक्शन जारी करने हैं। अब मंत्रिमण्डल में फेरबदल होने के बाद सरकार की नई टीम के सामने यह बड़ी चुनौती है।
जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने आठ नवम्बर को योजना की समीक्षा की थी। इसमें सात जिलों के अधीक्षण अभियंताओं की लापरवाही सामने आई थी। इस पर नोटिस जारी किए गए। फिसड्डी सात जिलों में टोंक, जैसलमेर, डूंगरपुर, उदयपुर, जोधपुर, भरतपुर और सवाई माधोपुर जिले शामिल हैं।
गांवों के एक्शन प्लान से लेकर सर्वे में निजी कंपनी की लापरवाही सामने आ चुकी है। खुद सांसद जिला कलक्टर के सामने यह मुद्दा उठा चुके हैं। दिसम्बर तक कंपनी को डेडलाइन दी गई है। शेखावाटी के गांव-ढाणियों में पेयजल अभी भी बड़ी समस्या है।
पिछले दिनों सीकर दौरे पर आए केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा था कि यहां की पेजयल की समस्या को देखते हुए सर्वाधिक काम स्वीकृत कराए हैं। अब तय समय पर प्रोजेक्ट को पूरा कराना और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई राज्य का विषय है।
राजसमंद 46.73
नागौर 39.60
हनुमानगढ़ 38.13
पाली 36.01
जयपुर 33.36
सिरोही 31.12
श्रीगंगानगर 29.26
चूरू 28.97
भीलवाड़ा 28.68
जालौर 26.71
सीकर 25.65
बीकानेर 24.31
झुंझुनूं 23.84
अजमेर 21.38
जोधपुर 19.83
करौली 19.69
चित्तौडगढ़ 19.48
अलवर 16.19
सवाईमाधोपुर 15.70
टोंक 14.68
बूंदी 14.39
उदयपुर 13.39
कोटा 12.04
झालावाड़ 11.58
डूंगरपुर 10.55
बांरा 9.87
बाड़मेर 9.61
दौसा 8.97
धौलपुर 7.70
प्रतापगढ़ 7.37
बांसवाड़ा 7.21
भरतपुर 7.17
जैसलमेर 3.72 कब कितने हुए कनेक्शन
अगस्त 2019: 1174131
अप्रेल 2020: 1276300
जून 2020: 1355194
फरवरी 2021: 1839117
जून 2021: 2026146
अक्टूबर 2021: 2138763 आंकड़ों में समझें पानी की कहानी
अब तक राशि खर्च: 1077.88 करोड़
कब तक सभी घरों में कनेक्शन देने का दावा: 2024
दो साल में कनेक्शन: 11.74 लाख
कितने परिवारों की स्वीकृति जारी: 78 लाख
इस साल लक्ष्य: 30 लाख ग्रामीण परिवार