घटना के बाद फरार हुआ आरोपी
थानाधिकारी विमला बुडानिया ने बताया कि घिरणिया बड़ा निवासी मंजू देवी को गंभीर झुलसी हुई हालत में यहां कल्याण अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। सूचना पर पुलिस ने अस्पताल जाकर मंजू देवी के पर्चा बयान लिए तो उसने कहा कि पति अनिल कुमार जाट और सास गणपति देवी ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाई है। साथ ही देवर मोहनलाल भी उसे प्रताडि़त करता था। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। विवाहिता को बाद में जयपुर रैफर किया गया। जहां पर उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। वहीं, पुलिस ने आरोपी पति अनिल कुमार की तलाश की तो वह घर से फरार मिला। जिसे बाद में मोबाइल लोकेशन के आधार पर नेछवा से गिरफ्तार कर लिया गया।
11 साल पहले हुई थी शादी, आज न्यायालय में पेशी
थानाधिकारी बुडानिया ने बताया कि मृतका मंजू की हत्या के आरोपी पति अनिल से 11 साल पहले शादी हुई थी। जिसके बाद से ही मंजू की ससुराल वालों से अनबन चल रही थी। जो चार जून को हत्या में बदल गई। गिरफ्तार पति को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।