उन्होंने चेन्नई कमिश्नर व महिला थाने में भी शिकायत की। तब उन्होंने समझाइश करते हुए वापस बुला लिया। दोबारा आने पर भी परेशान करने लग गए। उसके कपड़े फाड कर धक्के देकर बाहर निकाल दिया। इसकी शिकायत भी दी थी। समझाइश करने पर उसने रिपोर्ट वापस ले ली। बाद में उसे चेन्नई लेकर गया। वहां पर भी ऐसा ही रवैया रहा। वह परीक्षा के लिए पांच अगस्त को वापस आ गई। दोबारा से सितम्बर में जाने के लिए फोन किया तो उसने आने से मना कर दिया। शर्त पूरी होने के बाद ही आने के लिए कहा।