( Couple Suicide ) पुलिस के अनुसार बिज्यासी गांव के गणेश की शादी छह महीने पहले ही सिहोट बड़ी की रहने वाली पूजा के साथ हुई थी। परिजनों ने बताया कि दोनों मंगलवार रात को नौ बजे खाना खाने के बाद अपने कमरे में सोने के लिए चले गए थे। इसके बाद जब सुबह नौ बजे तक ये दोनों अपने कमरे से बाहर नहीं निकले तो गणेश की मां ने कमरे का दरवाजा खटखटाया। अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो उसकी मां ने कमरे के पीछे जाकर खिडक़ी से देखा।
wife suicide in Losal : धोद थाना क्षेत्र के बिंज्यासी गांव में मंगलवार की रात पति गणेश व पत्नी पूजा ने फंदा लगाकर एक साथ मौत को गले लगा लिया।” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/07/04/sk04losal03_4791274-m.jpg”>
Husband Wife Suicide After Six Month Suicide : दोनों फांसी के फंदे पर झूलते मिले तो गणेश की मां गश खाकर वहीं गिर पड़ी। इसके बाद बाकी परिवार के लोग दौडकऱ कमरे में गए। यहां दोनों ने एक ही साड़ी के अलग-अलग फंदे बनाकर फांसी लगा रखी थी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों के शव नीचे उतारे। पोस्टमार्टम के लिए दोनों के शव लोसल सीएचसी लेकर गए यहां धोद एसडीएम राजपाल यादव की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के हवाले कर दिए गए। हालांकि दोनों की मौत के पीछे रहे कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस का कहना है कि दोनों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयानों के आधार पर ही जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। इधर, मृतक गणेश के पिता ने थाने में रिपोर्ट दी है कि दोनों खुश रहते थे। अचानक हुए हादसे ने पूरे परिवार को तोडकऱ रख दिया है।
पोस्टमार्टम से मुकरे डॉक्टर
लोसल सीएचसी पर दोनों के शव लाने के बाद यहां मौजूद डॉक्टर पोस्टमार्टम करने से मुकर गए। इनका कहना था कि मामला उनके क्षेत्र का नहीं है धोद इलाके का है। डॉक्टरों ने जब पोस्टमार्टम से मना कर दिया तो बिंज्यासी सरपंच जितेन्द्र सिंह ने इसकी जानकारी धोद एसडीएम को दी। एसडीएम ने डॉक्टरों से वार्ता की तो करीब दो घंटे बाद मृतकों को पोस्टमार्टम हो पाया। गांव वालों का कहना था कि धोद अस्पताल में मोर्चरी नहीं होने के कारण समस्या आ रही है। जबकि तहसील कार्यालय व थाना धोद क्षेत्र में मौजूद है।
कल ही मिलकर गया था भाई
गणेश आइटीआइ करने के बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। जबकि पूजा शादी के बाद भी पढ़ाई कर रही थी और बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। परिजनों ने बताया कि पूजा का भाई मंगलवार को ही अपनी बहन से मिलने आया था। इसके बाद शाम को वह अपने घर चला गया था। उसे क्या पता था कि अब दोबारा वह अपनी बहन से कभी मिल नहीं पाएगा। मृतक के पिता पीएचडी में कर्मचारी हैं और पांच भाई-बहनों में गणेश दूसरे नंबर का था। घटना के दौरान भी परिवार के लोग घर पर ही थे। लेकिन, दोनों की मौत का अंदेशा किसी को नहीं था। घटना के बाद दोनों के परिवारों में मातम पसरा पड़ा है और गांव के कई घरों में चूल्हे तक नहीं जलाए गए।
दोनों पति-पत्नी के शरीर पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं है। कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। ऐसे में पुलिस के लिए दोनों की ओर से की गई आत्महत्या पहेली बन गई है। जिसको पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों से पूछताछ के बाद ही सुलझाया जा सकेगा। -बंशीधर, एसएसआई थाना धोद