scriptइन महिला अफसरों से खौफ खाते हैं बड़े-बड़े राजनेता, गूंडे तो इन्हें देखते ही कांप उठते हैं, कोई दबंग तो कोई है लेडी सिंघम | IAS IPS Women officers from Rajasthan | Patrika News
सीकर

इन महिला अफसरों से खौफ खाते हैं बड़े-बड़े राजनेता, गूंडे तो इन्हें देखते ही कांप उठते हैं, कोई दबंग तो कोई है लेडी सिंघम

राजस्थान की ये IAS IPS अफसर बेटी अपने आप में मिसाल हैं। इनका काम बोलता है। तभी तो कोई दबंग अफसर तो कहीं गरीबों की मसीहा के तौर पर पहचानी जाती है।

सीकरMay 10, 2018 / 05:20 pm

vishwanath saini

IAS IPS Women officers from Rajasthan

IAS IPS Women officers from Rajasthan

सीकर. संघ लोक सेवा आयोग ( UPSC ) ने अप्रेल 2018 में सिविल सर्विसेस एग्जाम 2017 को परिणाम जारी किया है। हर बार की तरह इस बार भी सीकर, चूरू और झुंझुनूं के अनेक युवाओं ने बाजी मारी है। इसी कड़ी में आज हम आपको मिलवा रहे हैं शेखावाटी की चुनिंदा ऐसी बेटियों से जो पूर्व में सिविल सर्विसेस एग्जाम उत्तीर्ण कर चुकी हैं और वर्तमान में देश के विभिन्न हिस्सों में आईएएस, आईपीएस के रूप में सेवाएं दे रही हैं। हर एक अफसर बेटी अपने आप में मिसाल हैं। इनका काम बोलता है। तभी तो कोई दबंग अफसर तो कहीं गरीबों की मसीहा के तौर पर पहचानी जाती है।

IAS SWATI MEENA

आईएएस स्वाति मीणा

वर्ष 1984 में जन्मी स्वाति मीणा सीकर जिले के श्रीमाधोपुर तहसील के गांव बुरजा की ढाणी की रहने वाली हैं। वर्ष 2007 में पहले ही प्रयास में आईएएस परीक्षा 260वीं रैंक से उत्तीर्ण की। इन्हें मध्यप्रदेश कैडर मिला। वर्ष 2012 में जिला कलक्टर के रूप में मंडला जिले में पहली पोस्टिंग मिली। तब इनकी उम्र 28 साल थी। स्वाति मीणा को देश की सबसे कम उम्र में जिला कलक्टर बनने का गौरव भी हासिल है।

मध्यप्रदेश में जिला कलक्टर के पद पर रहते हुए IAS SWATI MEENA ने नर्मदा के रेत और खनन माफिया पर नकेल कसी। इसके अलावा स्वाति को अपने काम में राजनेताओं का हस्तक्षेप और निकम्मे अधिकारी पसंद नहीं। इसी वजह से इन्हें दबंग आईएएस के तौर पर भी पहचाना जाता है। स्वाति ने मध्यप्रदेश कैडर के ही आईएएस तेजस्वी नायक से शादी की है।

IPS SAROJ KUMARI

आईपीएस सरोज कुमारी

राजस्थान के झुंझुनूं जिले की चिड़ावा तहसील में छोटा सा गांव है बुडानिया। इसी छोटे से गांव बुडानिया की बेटी सरोज कुमारी ने ऊंची उड़ान भरी है। वर्ष 2011 में सिविल सर्विसेस एग्जाम उत्तीर्ण करने वाली सरोज कुमारी को गुजरात कैडर मिला। बोटाद जिले में एसपी रहते हुए सरोज कुमारी ने फिरौती व वसूली करने वाले कई अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।

नतीजा वहां सरोज कुमारी की छवि लेडी सिंघम की बनी। इसके अलावा IPS SAROJ KUMARI ने बोटाद के गांवों में जिस्मफरोशी के दलदल में फंसी कई महिलाओं की जिंदगी संवारी। उनके लिए उज्ज्वला योजना चलाकर सरोज कुमारी सेक्स वर्कर्स को समाज की मुख्यधारा में लेकर आई और उन्हें रोजगार मुहैया करवाकर स्वावलम्बन बनाया। इसके अलावा जनवरी 2018 में बड़ोदरा में आयोजित इंटरनेशनल मैराथन में मुश्किल दिनों (माहवारी) के बावजूद सरोज कुमारी ने 21 किलोमीटर की दौड़ पूर्ण महिलाओं को संदेश दिया।

 

IAS FARAH HUSSAIN

आईएएस फराह हुसैन

राजस्थान से आईएएस बनने वाली दूसरी मुस्लिम बेटी है फराह हुसैन। झुंझुनूं के गांव नुआं की रहने वाली हैं। IAS FARAH HUSSAIN बेहद होनहार हैं। तभी तो पहले ही प्रयास में सिविल सेवा उत्तीर्ण कर दिखाई। वो भी बिना किसी कोचिंग के। वर्ष 2016 में 26 वर्षीय फराह आईएएस बनी तब इनके पिता अशफाक हुसैन दौसा के जिला कलक्टर थे। किसी आईएएस पिता के लिए वो पल बहुत ही गर्व का रहा होगा जब बेटी उन्हीं के नक्शे कदम पर चलकर बुलदियों को छू लिया हो। 267वीं रैंक हासिल करने वाली फराह हुसैन मुस्लिम समाज की बेटियों के लिए प्रेरणा है।

IAS MANJU RAJPAl

आईएएस मंजू राजपाल


चूरू की बेटी मंजू राजपाल जब आईएएस बनी तो शुरुआत दिनों में उन्हें प्रशासनिक स्तर पर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। एपीओ तक कर दी गई। आईएएस होते हुए एसडीएम पद पर काम करना पड़ा, मगर तमाम दिक्कतें मंजू राजपाल का हौसला नहीं तोड़ पाई। वर्ष 2000 बैच में महिला टॉपर IAS MANJU RAJPAL ने डूंगरपुर में जिला कलक्टर रहते हुए कमाल कर दिखाया।

वर्ष 2006 में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए मंजू राजपाल को बेस्ट कलक्टर को अवार्ड दिया गया। डूंगरपुर के आदिवासी क्षेत्र में कलक्टर मंजू राजपाल ने अपनी गहरी छाप छोड़ी थी। बेटियों को गोद भी लिया।

 

 

IPS priti chandra

आईपीएस प्रीति चन्द्रा


राजस्थान के जिस भी जिले में आईपीएस प्रीति चन्द्रा की पोस्टिंग होती तो वहां के अपराधियों में खलबली मच
जाती है। वजह प्रीति चन्द्रा का तेज तर्रार और ईमानदार आईपीएस होना था। तभी तो इन्हें राजस्थान की लेडी सिंघम कहा गया।

वर्ष 2008 बैच की आईपीएस अधिकारी IPS PRITI CHANDRA सीकर जिले के गांव कुदन के साधारण परिवार में जन्मीं। प्रीति ने पत्रकार से आईपीएस तक का सफर बिना कोचिंग के तय किया। अलवर में एएसपी, बूंदी एसपी और कोटा एसीबी में एसपी व अन्य महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहीं। बूंदी में देह व्यापार में बच्चियों को धकेलने वाले एक गिरोह का खुलासा कर अपराधियों को सलाखों तक पहुंचाने वाली दबंग अफसर प्रीति चन्द्रा ही थीं।

 

Home / Sikar / इन महिला अफसरों से खौफ खाते हैं बड़े-बड़े राजनेता, गूंडे तो इन्हें देखते ही कांप उठते हैं, कोई दबंग तो कोई है लेडी सिंघम

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो