कोई भी घूमे वार्ड में, रोक-टोक नहीं
सीकरPublished: Jul 11, 2019 06:41:06 pm
जनाना अस्पताल में कै मरे लगाने का प्रस्वात कागजों में दफनसुरक्षाकर्मी न कै मरे, कै से मिले मरीजों को सुरक्षामरीजों से मिलने का समय भी निर्धारित नहीं, हर समय रहती है भीड़
कोई भी घूमे वार्ड में, रोक-टोक नहीं
सीकर. जिले के सबसे बड़े कल्याण अस्पताल और जनाना अस्पताल में मरीजों की सुरक्षा और सुविधाओं के प्रस्ताव कागजों में दफन है। हाल यह है कि दोनो जगह न तो पर्याप्त सुरक्षाकर्मी है और न ही मरीजों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है। नतीजन अस्पतालों में मरीजों और परिजनों के बीच होने वाले विवादों को लेकर वास्तविकता का पता नहीं चल पाता है। घटना का कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नही मिलने से हर बार मामला कागजों में ही दफन होकर रह जाता है। जबकि सुरक्षा को लेकर हर बार एमआरएस की बैठक में मुद्दा उठता है। बैठक के बाद कोई कार्रवाई नहीं हो पाती है। मई और जून माह में मरीज के परिजन और स्टॉफ के बीच विवाद की 13 घटनाएं हो चुकी है।
कोई भी चले जाओ कोई नहीं रोकेगा
अस्पताल में मरीजों के परिजनों के अलावा नर्सिंग छात्र इधर-उधर वार्डों में घूमते रहते हैं। जबकि इनकी ड्यूटी संबंधित वार्डों में नही होती है। यही कारण है कि कई बार मरीजों के परिजनों के मोबाइल गायब हो जाते हैं। कई बार परिजन और वार्ड के लोग एक दूसरे से उलझ जाते हैं और मामले का कोई रेकार्ड नहीं होने से पूरे घटनाक्रम का पता नहीं चल पाता है।
पार्र्किंग व्यवस्था भी प्रभावित
कल्याण अस्पताल में जरूरत के अनुसार सुरक्षाकर्मी नहीं होने से पार्र्किंग व्यवस्था भी सही तरीके से नहीं चल रही है। हाल यह है कि अस्पताल के बाहर के लोग अपने वाहनों को मनमर्जी से खड़ा देते हैं। हालांकि ये लोग पार्र्किंग शुल्क देते हैं लेकिन इसका नतीजा है कि मरीजों के परिजन अपने वाहनों को सडक़ पर ही खड़ा करके अंदर चले जाते हैं। जिससे दूसरे मरीजों को परेशानी होती है।
कार्ड दो लेकिन परिजन कई
अस्पताल में मरीज को भर्ती करते समय प्रबंधन की ओर से मरीजों को दो कार्ड दिए जाते हैं जिससे एक परिजन मरीज के पास रहे और दूसरा परिजन जरूरत होने पर बाहर जा सके। लेकिन मरीजों से मिलने का समय निर्धारित नहीं होने से वार्ड में भर्ती मरीज के पास कई परिजन खड़े रहते हैं साथ अस्पताल परिसर में व्यर्थ ही घूमते रहते हैं। रही सही कसर सुरक्षाकर्मी की कम संख्या के कारण हो जाती है। ऐसे में पूरा अस्पताल परिसर महज एक गार्ड के भरोसे रहता है। हालांकि अब अस्पताल प्रबंधन ने खराब सीसीटीवी की मरम्मत करवानी शुरू की है। साथ ही वार्डों के गेट पर सुरक्षाकर्मी भी नहीं रहते है।
सीसीटीवी लगाने की प्रक्रिया चल रही है
अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगाने की प्रक्रिया चल रही है। अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी मांगे गए हैं जिससे अस्पताल में मरीजों को सुरक्षा का माहौल मिले।
डॉ. बीएल राड़, प्रभारी जनाना अस्पताल