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वैक्सिन की धीमी रफ्तार बनी चुनौती, 73 प्रतिशत युवा वैक्सीन की प्रथम डोज से वंचित

locationसीकरPublished: Jul 20, 2021 07:16:51 pm

Submitted by:

Puran

बुजुर्गों को वेक्सीन लगाने में सीकर आगेदूसरी डोज ओवर ड्यू होने वालों की संख्या बढ़ोतरी

कोरेाना के नए व स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या बराबर, 919 को लगा टीका

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सीकर। कोरोना से बचाव के लिए वेक्सीनेशन की धीमी रफ्तार आमजन सहित प्रशासन के सामने भी एक चुनौती बन गई है। वजह जिले में अभी तक 27.73 प्रतिशत युवाओं को वेक्सीन की प्रथम डोज लग सकी है। आठ लाख 83 हजार युवा वेक्सीन की पहली खुराक से वंचित है। चिंताजनक बात है कि कोरोना वेक्सीन की दूसरी डोज ओवर ड्यू होने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। पहली खुराक को 84 दिन पूरे हो चुके हैं लेकिन डोज का आवंटन नाममात्र का हो रहा है और सेकंड डोज वालों की कतार लंबी होती जा रही है।
मोबाइल में मैसेज लेकिन डोज नहीं
सीकर जिले में अप्रेल माह में कोरोना वेक्सीन की पहली डोज लगवा चुके लोगो की अब जुलाई माह में दूसरी डोज डयू हो चुकी है। इन लोगों के मोबाइल पर मैसेज भी आ चुके हैं लेकिन डोज नहीं आने से उन्हे टीका नही लग पाया और वे खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। टीकाकरण कर्मियों के अनुसार वेक्सीन की रफ्तार इस तरह से ही रही तो जिले की पूरी आबादी को सुरक्षित करने के लिए रोजाना पचास हजार से ज्यादा डोज चाहिए। गौरतलब है कि सीकर जिले में 16 जनवरी से वेक्सीनेशन अभियान शुरू किया गया था। जिनमें से कई दिन तो नाममात्र का टीकाकरण ही हो सका।

यह है हकीकत

सीकर जिले में 18 से 45 वर्ष तक के 1222383 लोगो को वेक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन इनमें से महज तीन लाख 38 हजार 909 लोग ही पहली खुराक ले पाए। जबकि आठ लाख 83 474 लोगो को अभी कोरोना वेक्सीन की पहली खुराक का इंतजार है। केवल 13440 लोग दूसरी डोज लगवा चुके हैं। 45 वर्ष से ज्यादा आयु वाले 5 लाख 78 हजार 548 लोगों को लोगों को कोरोना वेक्सीन की पहली डोज लगाई जानी थी इनमें से पांच लाख 10 हजार 195 पहली खुराक ले चुके हैं। वहीं 2लाख 26 हजार 142 लोग ही दूसरी डोज लगा सके।
यह है कारण
कोविन एप के अनुसार जिले में 1 लाख 39297 लोग कोवेक्सीन और दस लाख 25 हजार 635 लोग कोविशील्ड की खुराक ले चुके हैं। इनमें से छह लाख पुरुष और पांच लाख 63 हजार महिलाएं है। एप के अनुसार 45 से 60 वर्ष की आयु वाले तीन लाख 98 हजार 470 लोग, 60 वर्ष से से ज्यादा वाले 3 लाख 68 हजार 986 और 18 से 44 वर्ष वाले तीन लाख 68 हजार 986 लोग वेक्सीन की खुराक ले चुके हैं। सबसे बड़ी वेक्सीन किल्लत और पहली डोज के लिए रजिस्ट्रेशन होना है। यही कारण है कि वेक्सीन आंवटित होते ही सेंटर्स पर भीड लग जाती है और वेक्सीन लगवाने को लेकर सिफारिशों का दौर शुरू हो जाता है। जबकि बाहर खडे लोगों का नम्बर आने से पहली वेक्सीन खत्म हो जाती है। सीकर शहर में सबसे ज्यादा विवाद और गफलत की स्थिति कल्याण स्कूल के वेक्सीनेशन सेंटर पर हुई है। वैक्सीन लगवाने आए लोगो ने वेक्सीन की खाली सिरिंज लगाने और चहेतों को बैकडोर से एंट्री करवाने की शिकायत दर्ज करवाई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

तीन दिन में प्रथम सीकर
प्रदेश में 15 से 18 जुलाई के बीच आवंटित डोज लगाने के मामले में सीकर जिला प्रथम रहा है। दूसरा अलवर, तीसरा नागौर और चौथा जोधपुर और पांचवे स्थान पर जयपुर द्वितीय रहा है। 15 से 18 जुलाई के बीच सीकर जिले को 45 हजार 100 वैक्सीन की डोज दी गई। इस अवधि में 8 हजार 857 को पहली और 40 हजार 225 लोगों को द्वितीय डोज लगाई है। दूसरे स्थान पर अलवर जिला रहा है। अलवर जिले को 51 हजार 300 डोज मिली। जिसमें से 45 हजार 923 का उपयोग किया गया है। 13 हजार 787 को लोगों को पहली और 32 हजार 136 को द्वितीय डोज लगाई गई है। नागौर जिले में 42 हजार वैक्सीन की एवज में 11 हजार 819 को पहली और 26 हजार 353 को दूसरी डोज लगाई है। चौथे स्थान पर रहे जोधपुर जिले को 55 हजार डोज दी गई, जिससे 17 हजार 943 को पहली और 36 हजार 60 लोगों को द्वितीय डोज लगाई गई। जयपुर द्वितीय को 40 हजार डोज मिली, जिससे 10 हजार 581 नागरिकों को पहली और 19 हजार 745 लोगों को द्वितीय डोज लगाई गई। छठे स्थान रहे झुंझुनूं जिले को 34 हजार वैक्सीन की डोज दी गई, जिससे 16 हजार 79 लोगों को पहली और 19 हजार 729 नागरिकों को द्वितीय डोज लगाई गई।
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