बलात्कार के बाद नाबालिगों के गर्भवती होने का पहला मामला पिछले महीने 28 मई को सीकर के कोतवाली थाने में दर्ज हुआ था। जिसमें सामने आया था कि कोतवाली इलाके की एक 14 वर्षिय नाबालिग छात्रा को पेट में तकलीफ होने पर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां सोनोग्राफी होने पर उसके गर्भ में सात महीने का बच्चा होने का खुलासा हुआ। इस पर पूछताछ में मासूम ने पड़ौसी आमिर काजी नाम के शख्स द्वारा उसके साथ चार बार बलात्कार किए जाने की आपबीती बताई। जिस पर हरकत में आई पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। घटना में मासूम ने सात महीने की बच्ची को भी जन्म दिया था। जिसकी कुछ दिनों बाद ही मौत हो गई थी। इसी तरह दूसरा मामला धोद ब्लॉक के लोसल इलाके के चिड़ासरा गांव से मंगलवार को सामने आया। जहां भी एक मासूम के पेट में दर्द होने पर उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां जांच में उसके भी गर्भवती होने का खुलासा हुआ। पूछताछ में नाबालिग द्वारा बताई गई आपबीती के आधार पर उसके भाई ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके मुताबिक करीब साढ़े तीन महीने पहले जब उसकी नाबालिग बहन घर से छाछ लेने के लिए पड़ौस के मकान में गई थी। इस दौरान आरोपी हिम्मत व चेतन ने उसे रास्ते में रोक लिया था और जबरन उसे सुनसान जगह पर ले गए। जहां उन्होंने बारी बारी से उसके साथ बलात्कार किया। घटना के बारे में किसी को बताने पर आरोपी उसे जान से मारने की धमकी भी देते रहे। जिस पर नाबालिग बालिका डर गई और उसने किसी को घटना की जानकारी नहीं दी। हालांकि वह घर पर डरी सहमी सी रहने लगी।