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सीकर

जिम्मेदारों की अनदेखी से बढ़ रही मरीजों की मुसीबत

नहीं चेते तो कैसे मिलेगी मेडिकल कॉलेज को स्वीकृति
जनाना अस्पताल में नर्सिंग के छात्रों के भरोसे मरीज
अस्पताल की व्यवस्था हुई बेपटरी 24 नर्सिंग कर्मचारियों को किया रीलिव
एसके अस्पताल प्रशासन चाहे तो पटरी पर आ सकती है व्यवस्था

सीकरSep 02, 2019 / 09:34 pm

Puran

सीकर  जिले मेंएम्बुलेंस 104 के हाल बदहाल

सीकर जिले मेंएम्बुलेंस 104 के हाल बदहाल

सीकर. जिले के सबसे बड़ा सरकारी जनाना अस्पताल की व्यवस्था सरकार के एक फरमान ने बेपटरी कर दी है। वजह सरकार ने अस्पताल में प्रतिनियुक्ति पर लगे नर्सिंग स्टॉफ को मूल स्थान पर भेजने के आदेश दे दिए। एसके अस्पताल प्रशासन चाहे तो बिना जरूरत वाले वार्डों व आउटडोर में लगे कर्मचारियों को जनाना अस्पताल भेज सकता है। समय रहते इस और ध्यान नहंी दिया तो सांवली में बन रहे मेडिकल कॉलेज को एमसीआई टीम की ओर से हरी झंडी मिलना बेहद मुश्किल है। नतीजन नेहरू पार्क स्थित अस्पताल के वार्डों में चिकित्सा व्यवस्था बेपटरी हो गई। अस्पताल के वार्डों में रोजाना औसतन 150 से ज्यादा मरीज भर्ती रहते हैं। इन मरीजों की देखरेख का जिम्मा 70 नर्सिंग कर्मचारियों के भरोसे रहता है। इसके बावजूद एक साथ अस्पताल से 24 कर्मचारियों को रीलिव कर दिया। व्यवस्था नहीं बिगड़े इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने इंटर्नशिप कर रहे विद्यार्थियों को लगाया है लेकिन प्रशिक्षित की बजाए नर्सिंग छात्रों के भरोसे होने से मरीज की परेशानी बढ़ गई। इधर अस्पताल की व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जनाना अस्पताल के प्रभारी जनप्रतिनिधियों सहित आलाधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
रोजाना दो दर्जन प्रसव

हाल में केन्द्र सरकार की ओर से लक्ष्य कार्यक्रम में सर्टिफाइड जनाना अस्पताल वर्ष 2017 में शुरू हुआ था। सौ बैड वाले जनाना अस्पताल में चार जिलों की प्रसूताएं आती है। जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण यहां शुरूआत से ही स्टॉफ की कमी रही। मेडिकल कॉलेज के लिए प्रावधान को देखते हुए लेबर रूम में प्रतिनियुक्ति वाले आठ कर्मचारियों को लगाया गया। अब इन कर्मचारियों को रीलिव कर दिया। ऐसे में लेबर रूम में अस्पताल के वार्डों में लगे स्टॉफ को भेजा गया है। लेकिन वार्डों में भर्ती मरीजों के लिए कोई व्यवस्था नही हो सकी। ऐसे में सुबह आठ से दो बजे तक नर्सिंग के छात्रों को लगा लिया जाता है लेकिन रात्रि में व्यवस्था भगवान भरोसे ही है।
तीन दिन पहले हुए थे आदेश

प्रतिनियुक्ति पर एसके अस्पताल और जनाना अस्पताल सहित सिटी डिस्पेंसरी पर नर्स प्रथम, नर्स-टू, एएनएम, फार्मासिस्ट, लैब टेक्निीशियन, रेडियोग्राफर के रूप में लगे हुए थे। मुख्य सचिव के आदेश के बाद प्रतिनियुक्ति पर लगे कर्मचारियों को मूल स्थान पर भेजने के आदेश दिए। अस्पताल प्रबंधन ने रीलिव भी कर दिया। पिछले दो दिन से अवकाश के कारण मरीजों की संख्या कम रही लेकिन मंगलवार को मरीजों की संख्या ज्यादा होने पर व्यवस्था बेपटरी हो जाएगी।
इनका कहना है

अस्पताल से 24 कर्मचारियों के जाने से व्यवस्था बिगड़ी है। नर्सिंग कर रहे छात्रों को लगाया गया है। समय रहते ध्यान नहीं दिया तो मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है।
डॉ. बीएल राड, प्रभारी जनाना अस्पताल सीकर

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