बिना नोटिस दिए बीमा कंपनी ने अस्पताल को हटाया
सीकरPublished: Feb 07, 2019 10:07:53 pm
एमओयू के बावजूद बीमा कंपनी की मनमानी, प्रदेश स्तर पर करेंगे आंदोलन बीएसबीवाई से अस्पतालों को कर रही बाहर
बिना नोटिस दिए बीमा कंपनी ने अस्पताल को हटाया
सीकर. भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना से जुडे निजी अस्पताल बीमा कंपनी की मनमानी के विरोध में एकजुट हो गए हैं। कंपनी की मनमानी के विरोध में शुक्रवार को भामाशाह प्राइवेट हॉस्पिटल एसोसिएशन के बैनर तले कलक्टर और सीएमएचओ को ज्ञापन दिया जाएगा। बीमा कंपनी की मनमर्जी नहीं रोकने पर प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। यह निर्णय गुरुवार को सीकर व चूरू के निजी अस्पताल संचालकों की बैठक में किया गया । एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ बी एल रणवा और संरक्षक डॉ महेंद्र बुडानिया ने कहा कि जिस उदेश्य से बीमा कंपनी को सरकारी प्रीमियम दे रही है उसके विपरीत कंपनी निरीक्षण के नाम पर मनमर्जी कर रही है। इसकी बानगी है कि चूरू के पांच अस्पताल को योजना से बाहर करने के बाद सीकर जिले के दो निजी अस्पतालों को योजना से बाहर कर दिया। जिससे अस्पतालों में आने वाले गंभीर मरीजों को उपचार नहीं मिल रहा है।
यूं हुई अवहेलना
बैठक में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि बीमा कंपनी और निजी अस्पतालों के बीच अनुबंध हुआ था। अनुबंध की शर्तों के अनुसार बीमा कंपनी को किसी भी अस्पताल को योजना से बाहर करने के लिए पहले नोटिस देना होगा और नोटिस के जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर बीमा कंपनी संबंधित क्लेम की राशि का पांच गुना जुर्माना वसूला जा सकता है। इसके बावजूद अस्पतालों को चरणबद्ध तरीके से बाहर किया जा रहा है। कंपनी बिना नोटिस दिए ही अस्पताल को साफ्टवेयर से हटा रही है। जिससे निशुल्क उपचार की आस में आने वाले मरीजों को रेफर करना पड़ रहा है।
पहले भी हो चुका विरोध
बीमा कंपनी के निरीक्षण के दौरान अप्रशिक्षित लोगों की ओर से होने को लेकर विवाद हो चुका है । इस पर सरकार ने मध्यस्थता कर बीमा कंपनी को पाबंद किया गया था। उस समय विवाद के कारण सैंकडों मरीज को रेफर करना पड़ता था। बैठक में बताया कि जिन अस्पतालों को योजना से बाहर किया गया है उससे सबसे ज्यादा परेशानी किडऩी सहित अन्य गंभीर मरीजों को भुगतनी पड़ेेेेगी ।