शीशा तोड़ या ऑयल डालकर वारदात
एसपी ने बताया कि मद्रासी गैंग के सदस्य बैंक, एटीएम, बड़े शोरूम व वाहनों से या पैदल रुपए ले जाने वालों की रैकी कर घटना को अंजाम देते हैं। ऐसे लोगों को गैंग सदस्य खुजली वाला पाउडर डालकर निशाना बनाते हैं। इसके अलावा खड़े वाहन का शीशा तोड़कर या वाहन के इंजन के नीचे ऑयल डालकर वाहन चालक के आने पर इंजन से ऑयल निकलना बताकर उसके जांच में व्यस्त होने पर वाहन में रखे रुपए व जेवरात को निशाना बनाते हैं।
ये वारदातें कबूली
आरोपी राजस्थान में ही कई घटनाओं को अंजाम देना कबूल चुके हैं। मार्च में अलवर शहर में बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक के पास कार चालक इंजन से ऑयल निकलने का झांसा देकर आरोपी कार से 15 हजार तथा अप्रेल में जयपुर में अजमेर रोड से इसी तरह चार हजार रुपए चुरा चुके हैं। आरोपियों ने दूदू में एक शराब ठेके के सामने खड़ी कार का शीशा तोड़कर एक लाख रुपए चुराना भी स्वीकार किया है।
वारदात के बाद बदलते हैं ठिकाना, ट्रेक कर पकड़ा
एसपी ने बताया कि मद्रासी गैंग ठिकाना बदल बदल कर लूट व चोरी करते हैं। जिसके चलते ही वे अब तक पकड़ में नहीं आ सके। घटना के बाद रुपयों सहित गिरफ्तारी से बचने के लिए वे वारदात के तुरंत बाद राशि को दूसरी जगह भेज देते हैं। सीकर की घटना के बाद भी आरोपी जयपुर के करणी विहार में किराये के मकान में रहने लगे थे। जिन्हें सीसीटीवी फुटेज व मुखबीर की सूचनाओं के आधार पर ट्रेस करते हुए गिरफ्तार किया गया।