SIKAR : कोतवाल-कांस्टेबल हत्याकांड में बड़ा खुलासा, बदमाशों ने इसलिए मारी दोनों को गोली
चार दिन पहले बेसवा रोड पर कोतवाल मुकेश कानूनगो और कांस्टेबल रामप्रकाश की हत्या के बाद पुलिस अपराधियों पर खार खाए बैठी है। वह गोली का जवाब गोली से देने की तैयारी में है। हालांकि इस मामले में पुलिस के अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है। लेकिन, डीजीपी ओपी गलहोत्रा के अपराधियों पर दिए गए बयानों के बाद पुलिस जोश में है और बदमाशों को घेरने की तैयारी कर ली है।
सूत्रों के अनुसार अपराधी और पुलिस के बीच मुठभेड़ की आशंका बनी हुई है। बदमाशों के खिलाफ शुरू किए गए ऑपरेशन की सूचना वायरल नहीं हो और अपराधी भी इंटरनेट कॉलिंग कहीं कर ना सके। इसलिए रात करीब पौने दस बजे सीकर, झुंझुनूं व पड़ौसी जिले चूरू में भी नेट पर पुलिस द्वारा पाबंदी लगा दी बताई। सूत्रों का कहना है कि बदमाश अजय चौधरी, जगदीप उर्फ धनकड़ और ओम प्रकाश उर्फ ओपी फतेहपुर के ग्रामीण इलाकों में ही फरारी काट रहे हैं। गिरोह का एक बदमाश मंगलवार को फतेहपुर के ग्रामीण इलाकों में भी देखा गया।
इसके बाद हरकत में आई पुलिस भागदौड़ कर वहां तक पहुंची बताई। लेकिन, उससे पहले ही वह गायब हो गया। मंगलवार को फतेहपुर के ग्रामीण इलाकों और नवलगढ़ क्षेत्र के गांव में ही पुलिस दबिश देती रही लेकिन एक भी बदमाश पकड़ में नहीं आया। ऐसे में अब यह आशंका भी बनी हुई है की कहीं बदमाश दूसरी वारदात को अंजाम नहीं दे दें। हालांकि बड़ा सवाल यह भी है कि आखिर पुलिस इलाके में होने के बाद भी उनको पकड़ क्यों नहीं पा रही है। जबकि पुलिस का दावा है कि बदमाशों को पकडऩे के लिए स्पेशल टीमें लगी हुई है पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस हर संभावित जगहों पर दबिश दे रही है।
श्रवण के नाम रजिस्टर्ड है गाड़ी
कोतवाल व कांस्टेबल को गोली मारने के बाद आरोपी फरार होने लगे तो उनकी गाड़ी पलट गई थी। जो कि, चूरू नंबरों की है और किसी श्रवण नाम के व्यक्ति के नाम रजिस्टर्ड है।
बाइक लेकर निकला था
फायरिंग की घटना के बाद भी पुलिस की बड़ी चूक रही। बदमाशों ने जिस जगह पर कोतवाल और कांस्टेबल की हत्या की थी। उसी जगह से कुछ ही दूरी पर से एक बदमाश बाइक लेकर निकला बताया और पुलिस को उसकी भनक तक नहीं लगी। पुलिस उस बाइक के बारे में भी पता करने में जुटी है।