जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के खैरवा जागिर निवासी मुस्ताक उर्फ मुश्तबा को बीकानेर से जयपुर बस में भिजवाई जा रही डेढ़ करोड़ रुपयों की ज्वैलरी चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सदरथाना पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर डूंगरपुर जेल से गिरफ्तार करके लाई है। हालांकि शुरूआत पूछताछ में तो मास्टर माइंड ने कुछ भी नहीं उगला और चोरी की वारदात से साफ मुकर गया। लेकिन, जब सख्ताई हुई और उसने अपनी कारगुजारी उजागर की तो पुलिस के भी होश फाख्ता हो गए।
आरोपी ने कबूला है कि उसकी खुद की गैंग हैं। जो अब-तक 30 से अधिक बड़ी वारदात कर कई किलो चांदी, सोना व उसके बिस्किट सहित लाखों रुपए नकद चुरा चुके हैं। हालांकि गैंग के कई साथी अभी अलग-अलग जेलों में बंद है और कई सरगना के बाहर आने का इंतजार कर रहे हैं। ये लोग उन लोगों को निशाना बनाते हैं। जो कि, यात्रा में सूटकेस व बैग में जेवरात सहित नकदी साथ में लेकर चलते हैं।
ऐसे करते हैं वारदात
गैंग के सदस्य वारदात करने के लिए खुद की गाड़ी रखते हैं। रैकी करने के बाद वह इनमें एक सदस्य गाड़ी को स्टार्ट रखता है और दो सदस्य संबंधित बस के पास खड़े रहते हैं। जबकि इनमें चौथा व्यक्ति उस बस में सवार होकर मौका पाते ही सूटकेस व बैग पार कर नीचे खड़े अपने दो साथियों के हवाले कर देता है और इसके बाद ये लोग गाड़ी में बैठकर मौके से फरार हो जाते हैं। आरोपी इतने शातिर हैं कि अपने पास मोबाइल भी नहीं रखते हैं। ताकि लोकेशन के आधार पर इनको गिरफ्तार करना संभव नहीं हो सके।
यहां से चुराए गहने
लक्ष्मणगढ़ से डेढ़ करोड़ की ज्वैलरी चुराने के अलावा मुस्ताक की गैंग नागपुर में बस से पांच लाख रुपयों की अटेची, आकोला के पास थैले से तीन लाख रुपए, अमरावती से एक लाख, रतलाम से डेढ़ लाख, मकसी बस स्टेंड से दो लाख, सोमकर से 70 हजार सागर बस स्टेंड से 10 किलो चांदी, छत्तीसगढ़ से 15 किलो चांदी, वर्धमान विश्वविद्यालय के पास से 25 किलो चांदी, ग्वालियर से 30 किलो चांदी, महाराष्ट्र सांगली से डेढ़ किलो सोना, वापी से 30 लाख और सौ ग्राम सोना, कोल्हापुर से 75 ग्राम सोना, बड़ौदा बाइपास से 50 ग्राम सोना व 50 हजार नकद, हैदराबाद केरी बेग से सात लाख, एमपी से चार लाख, एमपी बार्डर से दो लाख, जलगांव से छह लाख, बिच्छीवाड़ा होटल के पास से सोने के बिस्किट चोरी किए जाने की वारदात कबूली है।
यू आया पकड़ में
सदरथाना पुलिस के अनुसार बीकानेर में कॉरियर एजेंसी चलाने वाले राजूराम ने रिपोर्ट दी थी कि दिसंबर 2017 में उसने अपनी एजेंसी के जरिए डेढ़ करोड़ की ज्वैलरी का पार्सल बीकानेर से बस द्वारा जयपुर भिजवाया था। लेकिन, बीच में लक्ष्मणगढ़ के पास बस में रखा ज्वैलरी का पार्सल पार हो गया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद केस की फाइल सदरथाना पुलिस को भिजवाई गई। जानकारी मिली कि पार्सल चोरी करने का आरोपी वर्तमान में डूंगरगढ़ जेल में बंद है। कड़ाई से पूछताछ की तो अंतरराज्यीय गैंग का खुलासा हुआ है। मुस्ताक केवल साइन करना जानता है। जबकि उसे पढऩा-लिखना नहीं आता है।
मास्टर माइंड मुस्ताक ने बड़ी वारदातों का खुलासा किया है। पहाड़ी इलाके में बसे इसके गांव में कई लोग हैं। जो गैंग में शामिल होकर इस तरह की वारदातों को अंजाम देते हैं। पूछताछ के बाद आरोपी को सोमवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
करण सिंह खंगारोत, एसएचओ सदर थाना, सीकर