परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक जवान के बड़े भाई रामस्वरूप मीणा ने बताया कि पांच माह पहले तो मां माली देवी की मौत का गम नहीं भूल पाए कि भाई रामसिंह की मौत होने से दु:खों का पहाड़ टूट गया। मृतक तीन भाईयों में सबसे छोटा था और उसकी अपे्रल 2018 में शादी हुइ थी। मृतक की पूरे परिवार का अच्छे से पालन पोषण कर रहा था। घर पहुंचे जवान बेटे के शव को देख पिता जगदीश प्रसाद टक टकी लगाए हुए देख रहे थे। मृतक राम सिंह मीणा आईटीबीपी मे 2012 मे भर्ती हुए थे।
ऐसे हुई जवान की मौत
पार्थिव देह के साथ आए आईटीबीपी केएएसआई महेन्द्र सिंह ने बताया कि मृतक राम सिंह मीणा जम्मू कश्मीर राजौरी में थे तैनात थे। 29 मई को दिन में ड्यूटी करने के बाद रात को अपने साथियों के साथ कैम्पस में मोबाइल पर गेम खेलकर सोए थे। कुछ देर बाद मृतक रामसिंह मीणा खर्राटे भरने लगे तो पास ही बैठे जवानों ने उन्हें उठाने की कोशिश की मगर वो नहीं उठे। रात को करीब 11 बजे साथियों ने उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां पर डॉक्टर ने जवान को मृत घोषित कर दिया।