दो किलोमीटर की पदयात्रा के बाद हो रहे दर्शन
मेले में जीणमाता के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं को दो किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। दरअसल यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने गोरिया रोड पर अस्पताल तिराहे, जीणवास रोड, रलावता तिराहे व कौछोर रास्ते पर भी करीब दो किलोमीटर दूर पार्किंग स्थल तय कर रखे हैं। ऐसे में किसी भी ओर से आ रहे श्रद्धालुओं को जीणमाता के दर्शनों के लिए पार्किंग स्थल में वाहन खड़ा कर पैदल मंदिर पहुंचना पड़ रहा है।
दिल्ली, कोलकाता व सोनीपथ की पोशाक चढ़ी
लक्खी मेले में दूसरे दिन मां जीण को विशेष श्रृंगार के साथ सात विशेष पोशाकें पहनाई गई। जिनमें तीन पोशाकें दिल्ली, कोलकाता व सोनीपथ शहर से पहुंचे श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाई गई है। रंग- बिरंगे खुशबुदार फूलों से सजे मंडप में मां अद्भुत रूप रूप देखते ही मन मोह रहा है।
जीणमाता मेले में राजस्थान के अलावा देश के कई हिस्सों से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। दिल्ली, कोलकाता, सूरत, बैंगलूरू सहित देशभर से पहुंचे श्रद्धालु मां को भोग, पोशाक व जात- जड़ूले चढ़ा रहे हैं। मेले में जमकर खरीददारी भी कर रहे हैं। इससे मेला परवान चढऩे लगा है।