पति को जिंदा करने की जिद के साथ शव को गोद में रखे पत्नी सुमित्रा धार्मिक किताबें पढऩे लगी थी। इस दौरान उसकी आंख से एक भी आंसू नहीं टपका। परिजनों का कहना था कि करीब नौ वर्ष पहले स्कूल से लौटते समय शहर के चांदपोल गेट के पास सड़क दुर्घटना में उसकी बेटी की मौत हो गई थी। उसके बाद से वह टूट चूकी थी। सुमित्रा के एक बेटा भी है।
मृतक सुभाष चंद के परिजनों के अनुसार सुभाष चंद सुबह ही घर से दुकान गया था। यहां दुकान के शटर के पास ही वह अचानक गिर गया था। इसके बाद क्षेत्र के लोग सुभाष चंद को कल्याण अस्पताल ले गए। वहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजन शव को लेकर घर आ गए।
सुभाष चंद की मौत के बाद घंटाघर के आसपास का बाजार बंद हो गया। व्यापारियों ने दिनभर अपनी दुकान नहीं खोली। हर जगह सुभाष चंद की अचानक हुई मौत की चर्चा थी। घटना की सूचना पुलिस को भी दी गई थी। जिसने भी मौके पर पहुंच नजदीकी लोगों के बयान लिए।