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हत्या सहित कई वारदात खोल चुका है ‘जुनून’

locationसीकरPublished: Oct 19, 2021 10:52:08 am

Submitted by:

Sachin

देवेंद्र शर्मा ‘शास्त्री’सीकर. सीसीटीवी फुटेज और सीडीआर समेत अत्याधुनिक तकनीक के साथ कदमताल कर रही सीकर पुलिस के पास गंध पहचान कर अपराधियों तक पहुंचने में माहिर डॉग ‘जुनून’ मौजद है।

हत्या सहित कई वारदात खोल चुका है 'जुनून'

हत्या सहित कई वारदात खोल चुका है ‘जुनून’

सीकर. सीसीटीवी फुटेज और सीडीआर समेत अत्याधुनिक तकनीक के साथ कदमताल कर रही सीकर पुलिस के पास गंध पहचान कर अपराधियों तक पहुंचने में माहिर डॉग ‘जुनून’ मौजद है। बैल्जियम शेफर्ड प्रजाति के इस डॉग ने हत्या की कई गंभीर वारदातों में पुलिस को अपराधी की राह दिखाने का कार्य किया है। सीकर डॉग स्क्वायड के इस खास सदस्य जुनून ने अब तक झुंझुनूं और सीकर जिले की हत्या की आठ वारदातों का खुलासा करने में पुलिस की भरपूर मदद की है। हैंडलर अरविंद बताते हैं, जुनून जब डेढ़ वर्ष का था तभी से उसकी बंगलूरु में ट्रेनिंग शुरू हो गई थी। यह वर्ष 2017 से पुलिस की सेवा में है। वर्ष 2018 से यह सीकर पुलिस लाइन में तैनात है। यहां पर जुनून को दो कमरों का क्वार्टर मिला है। साथ ही उसकी देखभाल के लिए दो कांस्टेबल तैनात है। जुनून ने झुंझुनूं के पचेरी में आरएसी के जवान, उदयपुरवाटी और दांतारामगढ़ के करड़ में महिला की हत्या के अपराधियों को पकड़वाने में प्रमुख भूमिका निभाई है।

भीड़ की वजह से मिट जाते हैं फुट व चांस प्रिंट
वारदात के बाद पुलिस की प्राथमिकता मौके को सील करना होता है। इसके बाद डॉग स्क्वायड, एमओबी और एफएसएल टीम को बुलाना होता है। जिससे मौके से वैज्ञानिक सबूत एकत्र किए जा सके। लेकिन अधिकतर मामलों में पुलिस से पहले ही मौका देखने के बहाने आसपास के लोग एकत्र हो जाते हैं। ऐसे में वहां फुट प्रिंट और चांस प्रिंट मिट जाते हैं। ऐसी परिस्थितियों में भी जुनून का अनूठा अनुसंधान मददगार साबित होता है।

यों तैयार होती है अपराधियों की कुंडली
जानकारों का मानना है कि चोरी, नकबजनी और लूट की वारदातों में डॉग स्क्वायड, एमओबी और एफएसल की भरपूर मदद ली जाएं तो पुलिस के पास अपराधियों का डाटा एकत्र हो जाएगा और वारदात होने के बाद इनके मिलान से ही अपराधी की पहचान हो सकेगी। नियमानुसार किसी भी अपराधी के गिरफ्तार होने पर उसके फिंगर प्रिंट लिए जाने का प्रावधान है। ऐसे में यह अपराधी जेल से बाहर आने के बाद वारदात करता है और मौके पर उसके फिंगर या चांस प्रिंट का मिलान हो जाता है तो पुलिस को अपराधी की पहचान में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती।


बड़ी वारदातों में भेजते हैं…
पुलिस सभी तरह की वारदातों में वैज्ञानिक अनुसंधान को महत्व देती है। सीकर पुलिस की डॉग स्क्वायड टीम में प्रशिक्षित डॉग है। बड़ी वारदातों में इसे भेजा जाता है। इसे लेकर थानाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।

कुंवर राष्ट्रदीप
पुलिस अधीक्षक, सीकर

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