हे भगवान ! इधर बाप-बेटे सहित तीन की एक साथ उठी अर्थी, उधर चौथे ने भी तोड़ा दम
वहीं मंदिर खुलवाने के लिए पांच दिन से चल रहा आमरण अनशन व धरना सोमवार शाम को कलक्टर के आश्वासन के बाद समाप्त हो गया। कलक्टर ने आमरण अनशन पर बैठे महाराज सहित लोगों को जूस पिलाकर अनशन खत्म करवाया। मंदिर के पट खोलने को लेकर न्यायालय के निर्णय आने के इंतजार में लोग धरना स्थल पर बैठे हुए थे। न्यायालय मेंं जल्दी सुनवाई के लिए लगाई गई अर्जी को न्यायालय ने खारिज कर दी। अपील खारिज की सूचना मिलने पर वहां बैठे हजारों लोग मायूस हो गए। इसके बाद शाम को कलक्टर व पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला धरना स्थल पहुंचे। कलक्टर ने बाबा महाराज को आश्वासन दिया कि जनता की आस्था को देखते हुए मंदिर के पट जल्दी ही खुलवाने का प्रयास किया जायेगा।
कलक्टर ने महाराज से धरना व आमरण अनशन समाप्त करने की घोषणा करने के लिए महाराज से अपील की। इस पर महाराज ने उपस्थित लोगों से कलक्टर के आश्वासन के बारे में बताया लेकिन लोग तुरंत ही ताले खुलवाने की मांग करने लगे। इसके बाद महाराज व कलक्टर की समझाइस पर लोग माने और धरना व अनशन समाप्त किया। कलक्टर ने महाराज व अन्य अनशनकारियों को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया। बाबा महाराज ने कहा कि जनता की ताकत से खंडेला के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन रहा जिसमें चारोड़ा धाम के प्रति आस्था जताते हुए सभी समुदायों के धर्म प्रेमियों ने बाबा महाराज का साथ दिया व पांच दिन तक लगातार खंडेला का बाजार बंद रखकर व्यापारियों ने पूर्ण सहयोग किया।