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खाटू: महल सा सजाने में जुटे बंगाल के कारीगर

locationसीकरPublished: Feb 22, 2020 05:27:13 pm

Submitted by:

Suresh

खाटू लक्खी मेला : 29 फरवरी को शीश महल बढ़ाएगा दरबार की शोभा, अतिक्रमण पर ध्यान नहीं

खाटू: महल सा सजाने में जुटे बंगाल के कारीगर

खाटू: महल सा सजाने में जुटे बंगाल के कारीगर

खाटूश्यामजी. फाल्गुनी लक्खी मेले को कुछ दिन ही शेष रह गए हंै। इस बार श्याम दरबार में प्रवेश करने से पहले श्रद्धालुओं को सिंह द्वार पर जयपुर के शीश महल की तर्ज पर झांकी के दीदार होंगे। बंगाल के १०० कारीगर इस दरबार को आकर्षक रूप देने में लगे हैं। श्री श्याम मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष श्याम सिंह चौहान ने बताया कि शीश महल के तर्ज यह झांकी 29 फरवरी को दरबार की शोभा बढाएगी। इसके अलावा अनेक झांकियां भी सजाई जाएगी।
मुख्य कारीगर राजू पात्रा ने बताया कि मंदिर सजावट में 500 के करीब लकड़ी के बोर्ड, 150 थर्माकोल की शीट, 150 बंडल गोटा, 150 किग्रा तार, 1400 के करीब बांस, 15 हजार मीटर कपड़ा, 30 बंडल बारीक लोहे की जाली सहित बुटिक, लटकन, देवी देवताओं मुखौटे, लोहे के पाइप, झालर आदि वस्तुओं को काम में लिया जा रहा है। पात्रा ने बताया कि मिट्टी की मूर्ति बनाने के लिए विशेष कारीगर भी आएंगे।
बता दें कि विगत कई फाल्गुनी लक्खी मेलों की बात करें तो श्री श्याम मंदिर कमेटी द्वारा श्याम दरबार के सिंह द्वार को भगवान श्री कृष्ण एवं श्याम बाबा (बर्बरीक) की आराध्य देवी सिंह वाहिनी मां दुर्गा की झांकी, मयूर की झांकी के अलावा परिसर में गजराज की मनमोहक झांकी, राजमहल की तर्ज पर, चार धाम, तिरूपति मंदिर जैसी अनेक झांकियों से सजाया जा चुका है।
खाटूश्यामजी. फाल्गुनी लक्खी मेले को कुछ दिन ही शेष रह गए हंै। इस बार श्याम दरबार में प्रवेश करने से पहले श्रद्धालुओं को सिंह द्वार पर जयपुर के शीश महल की तर्ज पर झांकी के दीदार होंगे। बंगाल के १०० कारीगर इस दरबार को आकर्षक रूप देने में लगे हैं। श्री श्याम मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष श्याम सिंह चौहान ने बताया कि शीश महल के तर्ज यह झांकी 29 फरवरी को दरबार की शोभा बढाएगी। इसके अलावा अनेक झांकियां भी सजाई जाएगी।
मुख्य कारीगर राजू पात्रा ने बताया कि मंदिर सजावट में 500 के करीब लकड़ी के बोर्ड, 150 थर्माकोल की शीट, 150 बंडल गोटा, 150 किग्रा तार, 1400 के करीब बांस, 15 हजार मीटर कपड़ा, 30 बंडल बारीक लोहे की जाली सहित बुटिक, लटकन, देवी देवताओं मुखौटे, लोहे के पाइप, झालर आदि वस्तुओं को काम में लिया जा रहा है। पात्रा ने बताया कि मिट्टी की मूर्ति बनाने के लिए विशेष कारीगर भी आएंगे।
बता दें कि विगत कई फाल्गुनी लक्खी मेलों की बात करें तो श्री श्याम मंदिर कमेटी द्वारा श्याम दरबार के सिंह द्वार को भगवान श्री कृष्ण एवं श्याम बाबा (बर्बरीक) की आराध्य देवी सिंह वाहिनी मां दुर्गा की झांकी, मयूर की झांकी के अलावा परिसर में गजराज की मनमोहक झांकी, राजमहल की तर्ज पर, चार धाम, तिरूपति मंदिर जैसी अनेक झांकियों से सजाया जा चुका है।
बुधगिरी महाराज की मढ़ी पर आस्था का सैलाब
फतेहपुर. महाशिवरात्रि के अवसर पर बुधगिरी बाबा के निर्वाण दिवस पर बुधगिरी मढ़ी पर 214वां लक्खी मेला भरा। हजारों श्रद्धालुओं ने हिंगलाज मैया, भगवान शिव व बुधगिरी बाबा की समाधि पर धोक लगाकर पीठाधीश्वर दिनेश गिरी महाराज का आशीर्वाद लिया। शिवरात्रि के मौके पर मंदिर परिसर में विशेष श्रृंगार किया गया। पूरे दिन बम बम भोले के जयघोष लगाते रहे। रात्रि में हुए जागरण कलाकारों ने भजनों की प्रस्तुति दी। मेले के दौरान बुधगिरी मढ़ी की कामधेनू गौशाला की ओर से गौ माता के पूजन का स्थल तैयार किया गया था। यहां पर श्रद्धालुओं ने अपने बराबर वजन की वस्तु का दान कर तुलादान किया व गौमाता की पूजा अर्चना की। महाशिवरात्रि के मेले से ही पूरा कस्बा फाल्गुनी रंग में रंग गया।

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