रविवार व एकादशी पर नहीं होंगे दर्शन
बैठक के मुताबिक ऑनलाइन पंजीयन के आधार पर खाटूश्यामजी के दर्शन अब भी अलग अलग चरणों में ही होंगे। भीड़ की संभावना को रोकने के लिए रविवार, एकादशी व द्वादशी पर मंदिर के पट बंद ही रहेंगे। प्रसाद, फूलमाला व ध्वजा चढ़ाने पर भी रोक रहेगी।
116 दिन बाद खुलेगा मंदिर
खाटूश्यामजी मंदिर के पट 27 मार्च को बंद हुए थे। कोरेाना की दूसरी लहर में लक्खी मेले की समाप्ति के अगले दिन ही मंदिर को दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया गया था। ऐसे में 22 जुलाई केा अब 116 दिन बाद ही श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन कर सकेंगे।
जीणमाताजी में कल से होंगे दर्शन, सालासर में शुरू
इधर, जीणमाता धाम में श्रद्धालु शनिवार से मां जीण भवानी के दर्शन कर सकेंगे। दर्शनों के लिए यहां ऑनलाइन पंजीयन की आवश्यकता नहीं होगी। कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए श्रद्धालु सीधे मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। मंदिर की व्यवस्थाओं की जांच के लिए शुक्रवार को एसडीएम अशोक रणवां भी जीणमाता पहुंचे। जिन्होंने मंदिर का मुआयना करने के साथ व्यस्वथाओं को लेकर मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों से भी चर्चा की। इससे पहले शेखावाटी के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से सालासर बालाजी के पट एक जुलाई से खुल चुके हैं। जहां कोरेाना गाइडलाइन की पालना के साथ श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया है।