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जानें, भीषण गर्मी में कहां और क्यों खूंखार हो चुके हैं श्वान…हर रोज बड़ी संख्या में बना रहे हैं शिकार

locationसीकरPublished: Jun 19, 2022 07:46:03 pm

Submitted by:

Gaurav

Know where the dogs have become dreadful in the scorching heat… are hunting in large numbers everyday
मई जून की गर्मी ने शेखावाटी के श्वानों को खूंखार बना दिया है। यहां हर रोज काफी संख्या में श्वान लोगों को शिकार बना रहे हैं। अब यहां के लोगों को बारिश में श्वानों के बढ़ते हमलों में कमी आने की उम्मीद है।

जानें, भीषण गर्मी में कहां और क्यों खूंखार हो चुके हैं श्वान...हर रोज बड़ी संख्या में बना रहे हैं शिकार

जानें, भीषण गर्मी में कहां और क्यों खूंखार हो चुके हैं श्वान…हर रोज बड़ी संख्या में बना रहे हैं शिकार

Know where the dogs have become dreadful in the scorching heat… are hunting in large numbers everyday
-पागल श्वान ने तीन जनों को टोडा में पहुंचाया अस्पताल
– जिलेभर में हर रोज करीब 50 मरीज पहुंच रहे अस्पताल
सीकर. पिछले दो महीनों में जमकर पड़ी भीषण गर्मी ने यहां श्वानों (Dogs)को पागल बना कर छोड़ दिया है। ये पागल श्वान हर रोज काफी संख्या में लोगों को शिकार बनाकर अस्पताल पहुंचा रहे हैं। एक जानकारी के मुताबिक जिलेभर के अस्पतालों में अभी तक रोज 50 से 60 मामले पहुंच रहे हैं। इनमें 20 से 30 नए मरीज शामिल होते हैं।
गर्मी का मौसम आते ही श्वान खूंखार हो चले है। शहरी और ग्रामीण दोनों स्थानों पर श्वानों का आंतक देखने को मिल रहा है। आए दिन काफी संख्या में श्वान लोगों को संख्या में घायल शिकार बना रहे हैं। सबसे अधिक मामले नीमकाथाना और रींगस क्षेत्र में सामने आ रहे है। यहां के अस्पतालों में हर रोज इस तरह के मामले आ रहे हैं।
इन दो महीनों में बढ़ जाते हैं मामले
दसअसल जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है वैसे-वैसे श्वानों की परेशानी भी बढऩे लगती है। इस दौरान श्वान अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक खूंखार हो जाते हैं। अस्पतालों से मिले आंकड़ों के मुताबिक अप्रेल माह में सबसे अधिक श्वान काटने के मामले पहुंचते हैं।
गर्मी में क्यों खूंखार हो जाते हैं श्वान
पशु चिकित्सक बताते हैं कि दरअसल श्वानों में पसीना निकलने वाला ग्रंथि नहीं होती है, जिसके कारण उसका शरीर और भी अधिक गर्म हो जाता है। इतना ही नहीं श्वानों को ठंडी जगह भी नहीं मिल पाती। प्यास बुझाने के लिए भी भटकना होता है। भूख भी लगी होती है। जमीन गर्म होने से श्वानों के पैरों का तलवा भी जलता है और पैर में छाले पड़ जाते हैं। इन सब से वे अधिक खूंखार हो जाते हैं।
पागल श्वान ने तीन जनों को नोंचा
टोडा गांव में बंदरों व श्वानों का आतंक दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। शनिवार देर रात एक पागल श्वान ने दो लोगों को घायल कर दिया। जानकारी के अनुसार घाटीवाला बालाजी मंदिर के पास एक पागल श्वान ने तीन लोगों पर हमला कर घायल कर दिया। धाम के संत संतोष गिरी व अन्य व्यक्ति किशन यादव को शनिवार देर रात पागल श्वान ने हमला कर दिया, जिससे दोनों घायल हो गए। घायलों का उपचार कराया यगा। श्वान ने संत संतोष गिरी को कई जगहों पर काट दिया। रविवार सुबह श्वान ने ब्रेड बेचने वाले बाइक सवार पर हमला कर घायल कर दिया। बाइक से नीचे गिरने पर श्वान ने फिर हमला कर घायल करने लगा तो बाइक सवार ने हाथों से श्वान के मुंह को दबा लिया और जोर-जोर से चिल्लाने लगा। बाइक सवार के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौडकऱ मौके पर पहुंचे और श्वान के चंगुल से छुड़वाया।
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