जानिए…आनन-फानन में विधायक को क्यों जाना पड़ा अस्पताल
सीकरPublished: Jun 25, 2019 05:33:13 pm
नीमकाथाना सरकारी चिकित्सालय में मरीज व चिकित्सक उलझ पड़े। मामला बढ़ गया। काबू करने के लिए बीच-बचाव के लिए विधायक तक को वहां पहुंचना पड़ा।
जानिए…आनन-फानन में विधायक को क्यों जाना पड़ा अस्पताल
नीमकाथाना. राजकीय कपिल अस्पताल में आउटडोर ज्यादा होने के कारण यहां आए दिन चिकित्सकों व मरीजों की किसी न किसी बात पर आपस में बहस होती रहती है। सोमवार शाम को भी दो चिकित्सकों के साथ मरीजों की किसी बात को लेकर आपस में बहस हो गई। मामला विधायक सुरेश मोदी तक पहुंचा। विधायक मामले को गंभीरता से लेते हुए वह तुरंत अस्पताल पहुंचे तथा मरीजों की समस्या सुनकर चिकित्सकों को दिशा निर्देश दिए व मरीजों के साथ व्यवहार कुशल रहने की बात कही।
मरीजों का आरोप है कि अस्पताल में चिकित्सकों का व्यवहार सही नहीं है। एक मरीज का आरोप था कि वह चिकित्सक डॉ. राकेश खेदड़ को दिखाने के लिए काफी देर तक आउडोडर में बैठा रहा है।जैसे ही चिकित्सक चैबंर में आए तो मरीज का उनके प्रति व्यवहार सही नहीं रहा। इस पर चिकित्सक ने उससे शांत होने की बात कही,लेकिन मरीज चिकित्सक से झगड़ा करने को उतारु हो गया। इसी प्रकार लाइन तोडकऱ दिखाने आये मरीज को डॉ सुभाष सैनी ने कहा तो वह भी उनसे झगड़ा करने को उतारू हो गया। मरीज ने मामले की सूचना विधायक सुरेश मोदी को दी तो वह तुरंत अस्पताल पहुुंचे। वहा पर आकर मामले की जानकारी ली तथा चिकित्सकों व मरीज को समझाकर मामले को शांत किया। इस दौरान विधायक ने अस्पताल के आउटडोर में अन्य चिकित्सकों से मिलकर उनकी समस्या जानी। विधायक के अचानक अस्पताल में आने के दौरान चिकित्सकों में हडक़ंप मच गया। देखते ही देखते लोगों की भीड़ जमा हो गई तथा वहां पहुंचने का कारण पूछने लग गए।
पर्याप्त गार्ड़ नहीं होने से हो रही है समस्या
अस्पताल का एक हजार के पार प्रतिदिन का आउटाडोर रहता है। गार्ड पर्याप्त मात्रा में नहीं होने के कारण मरीज दिखाने को लेकर चिकित्सकों से दिनभर उलझते रहते है। इससे आए दिन अस्पताल में झगड़ा होता रहता है। मरीजों की मांग है कि अस्पताल में गार्ड लगाया जाए तथा चिकित्सकों का व्यवहार सही हो।