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प्रयोगशाला सहायक भर्ती: नए टॉपिक से एक भी सवाल नहीं पूछा,अभ्यर्थी बोले, बोनस अंक नहीं तो आंदोलन

locationसीकरPublished: Jul 02, 2022 12:28:26 pm

Submitted by:

Mukesh Kumawat

कई टॉपिकों से ज्यादा अंक भार के सवाल पूछे, एक दिन सरल तो एक दिन कठिन प्रश्न पत्र
बेरोजगार बोले, बिना समानीकरण नहीं जारी होने देंगे परिणाम, एक लाख से ज्यादा बेरोजगार विरोध में

प्रयोगशाला सहायक भर्ती: नए टॉपिक से एक भी सवाल नहीं पूछा,अभ्यर्थी बोले, बोनस अंक नहीं तो आंदोलन

प्रयोगशाला सहायक भर्ती: नए टॉपिक से एक भी सवाल नहीं पूछा,अभ्यर्थी बोले, बोनस अंक नहीं तो आंदोलन

सीकर. परीक्षाओं को लेकर प्रदेशभर में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले कम्प्यूटर शिक्षक भर्ती में कठिन प्रश्न पत्र की वजह से समानीकरण की मांग उठने लगी। बेरोजगारों का आक्रोश थमा ही नहीं उससे पहले अब प्रयोगशाला भर्ती को लेकर विवाद शुरू हो गया है। बेरोजगारों का कहना है कि प्रयोगशाला सहायक भर्ती में कर्मचारी चयन बोर्ड ने एक नया टॉपिक जोड़ा था। लेकिन इससे एक भी सवाल नहीं पूछा गया। जबकि दूसरे टॉपिकों से तय अंकों से अधिक के सवाल पूछ लिए गए। इसको लेकर अभ्यर्थियों ने विरोध शुरू कर दिया है। अभ्यर्थियों ने बताया कि शिक्षा मनोविज्ञान के लिए 20 अंक निर्धारित थे। लेकिन एक भी सवाल नहीं पूछा गया। जबकि सम सामायिकी से दस अंकों के बजाय 20 अंकों के सवाल पूछ लिए गए। अभ्यर्थियों ने बोनस अंक देने की मांग की है। इसके अलावा अभ्यर्थियों का कहना है कि पहले दिन का प्रश्न पत्र सरल रहा। जबकि दूसरे दिन का प्रश्न पत्र का स्तर कठिनाई ज्यादा रहा। बेरोजगारों ने इस परीक्षा में नॉमलाईजेशन कराने की मांग की है। बेरोजगारों ने इस मामले में सोशल मीडिया पर अभियान शुरू कर एक लाख बेरोजगारों का जोडऩे का भी लक्ष्य तय किया है।

केस एक: हर परीक्षा में बिगड़ रहा बेरोजगारों का गणित

सीकर निवासी रीना कुमारी ने बताया कि पहले दिन का प्रश्न पत्र काफी सरल था। जबकि दूसरे दिन की परीक्षा का प्रश्न पत्र काफी कठिन था। चयन बोर्ड को नॉमलाईजेशन करना चाहिए। इससे पहले पटवारी व ग्रामसेवक की परीक्षा में ऐसा हुआ। इस वजह से कम तैयारी वाले अभ्यर्थी पास हो गए। सरकार को प्रश्न पत्र निर्धारण में एकरुपता के लिए एक्सपर्ट से चर्चा करनी चाहिए जिससे हर भर्ती में इस तरह की दिक्कतों को रोका जा सके।
केस दो: नया टॉपिक से की थी काफी तैयारी

अभ्यर्थी सुरेश चौधरी ने बताया कि चयन बोर्ड की ओर से परीक्षा से पहले सिलेबस जारी किया गया। इसमें शिक्षा मनोविज्ञान नया विषय जोड़ा गया। इस टॉपिक की सबसे ज्यादा तैयारी की। लेकिन एक भी सवाल नहीं पूछा गया। जबकि दूसरे टॉपिकों के सवाल बढ़ा दिए। चयन बोर्ड के बोनस अंक नहीं देने पर आंदोलन किया जाएगा।

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