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मजदूरी पूरी नहीं मिलने पर मजदूरों ने दिया धरना, सिरोही में अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी का है मामला

locationसीकरPublished: Aug 10, 2020 10:24:29 pm

Submitted by:

Ashish Joshi

नीमकाथाना.सिरोही कस्बे में बाइपास रोड के पास अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी के मजदूरों को पूरी मजदूरी नहीं मिलने के विरोध में कंपनी गेट के बाहर बैठकर धरना दिया। धरने में पुरूष व महिलाएं शामिल थी।

मजदूरी पूरी नहीं मिलने पर मजदूरों ने दिया धरना, सिरोही में अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी का है मामला

मजदूरी पूरी नहीं मिलने पर मजदूरों ने दिया धरना, सिरोही में अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी का है मामला

नीमकाथाना.सिरोही कस्बे में बाइपास रोड के पास अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी के मजदूरों को पूरी मजदूरी नहीं मिलने के विरोध में कंपनी गेट के बाहर बैठकर धरना दिया। धरने में पुरूष व महिलाएं शामिल थी। इस दौरान मजदूरों का कहना है कि मजदूर का पहचान पत्र होना चाहिए, आठ घंटे की मजदूरी पूरी मिलनी चाहिए। अभी मजदूरों को 213 रूपये प्रतिदिन दे रहे है। मजूदरों ने आठ घंटे बाद ओवरटाइम का अलग से पैसा देने, हर वर्ष 10 से 15 प्रतिशत की बढोतरी करने, साप्ताहिक अवकाश, हॉलीडे की छुट्टी, चाय नास्ते का कूपन, मजदूरी प्रत्येक महिने की 1 तारीख को मिलने सहित आदि मांगों को लेकर धरना शुरू कर दिया। कंपनी के प्रतिनिधियों ने गांव के जनप्रतिनिधियों से वार्तालाप कर 20 दिन का समय मांगा है। ग्रामीणों के कहने पर मजदूरों में हड़ताल समाप्त करने की सहमती बनी। इस मौके पर भगेगा सरपंच जयसिंह, राजेन्द्र गैनण, राजस्थान जाट युवा महासभा तहसील अध्यक्ष रणधाव सिं , अशोक काजला, गोकल चंद यादव ,सहित कंपनी के प्रतिनिधी उपस्थित थे। कंपनी के प्रतिनिधियों का कहना है कि कंपनी में काम करने वाले मजदूरों की मांगों को नाथद्वारा सीमेंट कंपनी पिण्डवाड़ा भेज दिया गया।

 

 

फोटो…अस्पताला में बढ़ रही है मरीजों की संख्या
सिरोही. कस्बें में बस स्टैण्ड पर स्थित श्री बालूराम मेमोरियल चिकित्सालय को क्रमोन्नत करवाने के लिए ग्रामीणों द्वारा कई बार मांग उठाई जा चुकी है। मगर अस्पताल आज तक पीएचसी ही बना हुआ है। मौसमी बिमारी के कारण रविवार को दो घंटे की ओपीडी में मरीजो की संख्या 116 रही। इनमें से 21 मरीजों को ड्रीप लगाने के लिए भर्ती करना पड़ा। जबकि सिरोही अस्पताल में छ: बैड़ की ही व्यवस्था है। मरीजों की संख्या को देखते हुए दो बैड़ों की अलग से व्यवस्था की गई। फि र भी 8 बैड ही हो पाए और भर्ती के लिए मरीजो की संख्या 21 रही। बाकी मरीजों को ड्रीप लगाने के लिए इंतजार करना पड़ा। ग्रामीण कृष्ण कुमार यादव का कहना है कि मैं मेरी पत्नी सुषमा देवी को डॉक्टर को दिखाने के लिए अस्पताल लेकर गया था। वहां पर मेरी पत्नी को डॉक्टर ने बोतल चढ़ाने के लिए कहा मगर अस्पताल में सभी बैड पहले से बुक थे। मुझे इलाज के लिए वहां पर इंतजार करना पड़ा। इस अस्पताल में सिरोही , आगवाड़ी , भगेगा , केरोठ गावं तक के मरीज अपने उपचार के लिए आते है।

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