लोन वितरण के साथ रिकवरी भी बैंक के एमडी विक्रम सिंह के अनुसार समितियों की ओर से 525 करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त लोन बांटने के साथ-साथ खरीफ सीजन के लोन की रिकवरी भी हो रही है। ब्याज मुक्त लोन की अधिकतम सीमा फिलहाल डेढ़ लाख रुपए है। नया लोन डिफाल्टर किसानों को नहीं बांटा जाएगा। बैंक की ओर से खरीफ सीजन में जिले में 491 करोड़ रुपए का लोन बांटा गया था।
38 करोड़ अवधि पार खरीफ सीजन के दौरान नेट बंदी के कारण कई किसान बकाया लोन जमा नहीं करवा सके थे। इसके बाद प्रदेश स्तर पर इस बकाया लोन को बिना ब्याज के जमा करवाने के लिए अवधि को दो माह तक बढ़ा दिया। इसके बावजूद भी कई किसानों ने खरीफ सीजन के बकाया लोन को नहीं चुकाया। सहकारी बैंक के मुख्य प्रबंधक मुकेश निठारवाल ने बताया कि जिले में खरीफ सीजन के करीब 38 करोड़ रुपए का लोन अवधि पार हो चुका है। इस कारण नया लोन लेने के लिए इन्हें अपनी बकाया राशि मय ब्याज के चुकानी होगी। लोन कीराशि में से तीन प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार और चार प्रतिशत राज्य सरकार वहन करती नया सदस्य बनने के लिए संबंधित किसान को खेत की जमाबंदी, बैंक पासबुक व जनाधार कार्ड के जरिए आवेदन करना होगा। इस आवेदन के बाद ग्राम सेवा सहकारी समिति की ओर से नया लोन स्वीकृत किया जाएगा।
डीएपी और यूरिया का अग्रिम स्टॉक किसानों को डीएपी और यूरिया की किल्ल्त से बचाने के लिए प्रदेश में अगस्त 2022 तक 36, 885 मीट्रिक टन डीएपी एवं 49,032 मीट्रिक टन यूरिया का अग्रिम भण्डारण किया गया है। प्रमुख शासन सचिव सहकारिता एवं प्रशासक राजफेड श्रेया गुहा ने राजफैड की 66 वीं वार्षिक साधारण सभा में बताया कि राजफैड की ओर से पशुपालकों को 22.46 करोड़ रुपए का 11 हजार से अधिक मीट्रिक टन पशुआहार का विक्रय किया गया। सभा में में राजफैड की प्रबंध निदेशक उर्मिला राजोरिया ने एंजेड़ा रखा। इस दौरान रजिस्ट्रार सहकारिता मुक्तानंद अग्रवाल, वित्त विभाग एवं अन्य सदस्य संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।