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विदेश में नौकरी का झांसा, मलेशिया के जंगलों में छोड़ा तो जानें क्या हुआ

locationसीकरPublished: Jan 28, 2020 10:15:50 pm

दांतारामगढ़ के दो युवकों से विदेश भ्ेाजने के नाम पर साढे तीन लाख रुपयों की ठगी कर ली गई। दोनों युवकों को मलेशिया के जंगलों में ले जाकर छोड़ दिया गया। लोगों से मदद लेकर वे भारत आए। तब उन्होंने ठग से रुपए वापस मांगे।

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सीकर. दांतारामगढ़ के दो युवकों से विदेश भ्ेाजने के नाम पर साढे तीन लाख रुपयों की ठगी कर ली गई। दोनों युवकों को मलेशिया के जंगलों में ले जाकर छोड़ दिया गया। लोगों से मदद लेकर वे भारत आए। तब उन्होंने ठग से रुपए वापस मांगे। रुपए नहीं मिलने पर पीडि़तों ने एसपी से मिलकर ज्ञापन दिया। कोतवाली थाने में एएसआई कमला को मामले की जांच दी गई है। लालचंद मीणा पुत्र मोहनलाल निवासी दांतारामगढ़ व हीरालाल पुत्र लक्ष्मण मीणा निवासी पचार दांतारामगढ़ ने मुकदमा दर्ज कराया है। दोनों को निशार अहमद पुत्र मोबिन अली निवासी सुल्तानशाह वार्ड नंबर 31 ने विदेश में रोजगार दिलाने की बात कहीं। 24 अप्रैल 2018 को लालचंद को सिंगापुर में भ्ेाजने के नाम पर उसने दो लाख चालीस हजार रुपए ले लिए। उसने हीरालाल को मलेशिया में भेजने के नाम पर एक लाख दस हजार रुपए ले लिए। इसके बाद उसने कहा कि मलेशिया में जाकर कंपनी की ओर से नौकरी के लिए वीजा मिल जाएगा। 28 अप्रैल को निशार अहमद ने दोनों को मलेशिया भेज दिया। एयरपोर्ट पर उतरने के बाद निशार अहमद का एजेंट उन्हें कार में बैठा कर ले गया। वह दोनों को मलेशिया के एक बडे़ जंगल में ले गया। वह कुछ देर में आने के बाद दोनों को छोड़ कर चला गया।
जंगल में कई दिनों तक भूखे प्यासे भटकते रहे
निशार अहमद का कोई आदमी उनके पास नहीं आया। वे दोनों जंगल में कई दिनों तक भूखे प्यासे भटकते रहे। तब एक दिन भारतीय नागरिक उन्हें मिला। उसे परेशानी बताई तो उसने मदद की। उसने दोनों की टिकट करवाई। इसके बाद दोनों वापस भारत आए। आने के बाद वे निशार के पास पहुंचे। निशार ने उन्हें 10 दिनों में रुपए वापस देने की बात कहीं। इसके बाद रुपए वापस नहीं मिली तो वे दोबारा उसके पास गए।15 दिन बाद उसके पास गए तो उसने बीमार होने की बात कहीं। उसने दो-तीन महीने बाद रुपए देने को कहा। कई बार रुपए मांगने के बाद भी वापस नहीं मिले।

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