जंगल में कई दिनों तक भूखे प्यासे भटकते रहे
निशार अहमद का कोई आदमी उनके पास नहीं आया। वे दोनों जंगल में कई दिनों तक भूखे प्यासे भटकते रहे। तब एक दिन भारतीय नागरिक उन्हें मिला। उसे परेशानी बताई तो उसने मदद की। उसने दोनों की टिकट करवाई। इसके बाद दोनों वापस भारत आए। आने के बाद वे निशार के पास पहुंचे। निशार ने उन्हें 10 दिनों में रुपए वापस देने की बात कहीं। इसके बाद रुपए वापस नहीं मिली तो वे दोबारा उसके पास गए।15 दिन बाद उसके पास गए तो उसने बीमार होने की बात कहीं। उसने दो-तीन महीने बाद रुपए देने को कहा। कई बार रुपए मांगने के बाद भी वापस नहीं मिले।
निशार अहमद का कोई आदमी उनके पास नहीं आया। वे दोनों जंगल में कई दिनों तक भूखे प्यासे भटकते रहे। तब एक दिन भारतीय नागरिक उन्हें मिला। उसे परेशानी बताई तो उसने मदद की। उसने दोनों की टिकट करवाई। इसके बाद दोनों वापस भारत आए। आने के बाद वे निशार के पास पहुंचे। निशार ने उन्हें 10 दिनों में रुपए वापस देने की बात कहीं। इसके बाद रुपए वापस नहीं मिली तो वे दोबारा उसके पास गए।15 दिन बाद उसके पास गए तो उसने बीमार होने की बात कहीं। उसने दो-तीन महीने बाद रुपए देने को कहा। कई बार रुपए मांगने के बाद भी वापस नहीं मिले।