सीकर.
शहर में ट्रेफिक के हालात काफी बदतर हो गए है। रोजाना दर्जनों सडक़ हादसे हो रहे हैं। आमजन ट्रेफिक के नियमों का पालन ही नहीं करते हैं। हाल ही में केंद्र सरकार की ओर नया बिल लाया गया है,हालांकि उसे राजस्थान में सरकार ने लागू नहीं किया है। लगातार बढ़ रहे हादसों व नए बिल को लेकर राजस्थान पत्रिका टीम ने डिपो सर्किल, बजरंग कांटा व कल्याण सर्किल पर ग्राउंड रिपोर्ट की।
पत्रिका टीम ने चार घंटे तक शहर के ट्रेफिक पुलिस का स्कैन किया। 280 लोग बिना हेल्मेट के गुजरे, 60 दुपहिया वाहनों पर तीन सवारी बैठे हुए गए। ट्रेफिक पुलिस का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। 35 लोग बेफिक्र होकर मोबाइल पर बात करते हुए निकले। हैरानी की बात है कि दुपहिया वाहन चालक तो बिना किसी नियमों के पालन किए नियमों का उल्लंघन करते दिखाई दिए।
साथ ही ऑटो चालकों ने पूरे ट्रेफिक सिस्टम को ही बिगाडऩे के लिए ठान रखी है। कहीं भी सवारी को देखकर सडक़ के बीचों-बीच ही रोक कर खड़े हो जाते हैं। जिससे हर समय हादसे होने का अंदेशा बना रहता है।
शहर के लोगों में मानवता बिल्कुल मानवता खत्म हो गई हैं। ग्राउंड रिपोर्ट के दौरान डिपो तिराहे और कल्याण सर्किल के पास पेट्रोल पंप पर एंबुलेंस फंस गई। एक मरीज के जयपुर के लिए रैफर किया जा रहा था। एंबुलेंस चालक ने जाम में फंसने पर काफी हॉर्न भी बजाया। इसक बावजूद भी वाहन चालकों ने रास्ता नहीं दिया। बसें भी आगे आडी तिरछी खड़ी रही। तब ट्रेफिक पुलिसकर्मियों ने बसों को आगे से हटवाया और एंबुलेंस को निकलने के लिए रास्ता खुलवाया।